Central Ordinance: केजरीवाल के ट्वीट पर कांग्रेस नेता का पलटवार, लिखा- पहले माफी मांगे AAP फिर समर्थन को लेकर होगा विचार
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Central Ordinance: केजरीवाल के ट्वीट पर कांग्रेस नेता का पलटवार, लिखा- पहले माफी मांगे AAP फिर समर्थन को लेकर होगा विचार

Central Ordinance: आज सुबह केजरीवाल ने ट्वीट करके कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांगा था. वहीं इस पर कांग्रेस नेता अलका लांबा ने रीट्वीट कर लिखा कि पहले AAP कांग्रेस परिवार से माफी मांगे.

 

Central Ordinance: केजरीवाल के ट्वीट पर कांग्रेस नेता का पलटवार, लिखा- पहले माफी मांगे AAP फिर समर्थन को लेकर होगा विचार

Central Ordinance: दिल्ली में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ आप सरकार समर्थन जुटाने में लगी है. वहीं दिल्ली के सीएम ने आज सुबह ट्वीट करके कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे और राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांगा था. इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि मुलाकात से पहले AAP कांग्रेस परिवार से माफी मांगें.

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अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस परिवार, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय शीला दीक्षित और गांधी परिवार से आम आदमी पार्टी (AAP) माफी मांगे. इसके बाद समर्थन को लेकर बात आगे बड़े तो हम कार्यकर्ताओं को इसमें कोई आपत्ति नहीं होगी, उम्मीद करते हैं कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे कांग्रेस के लाखों करोड़ों कार्यकर्ताओं की AAP द्वारा आहत की गई भावनाओं का ख्याल करते हुए दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को समय देने पर विचार करेंगे.

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार की 8 साल की लड़ाई के बाद 11 मई को एक फैसला सुनाया, जो कि दिल्ली सरकार के पक्ष में था. फैसले के लगभग एक हफ्ते बाद केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश लाया गया. वहीं केंद्र सरकार ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है. इस पर पूरे देश का हक है. पिछले कुछ समय से अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की प्रशासनिक गरिमा को नुकसान पहुंचाया है. केंद्र सरकार ने कहा कि दिल्ली में कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थान और अथॉरिटी जैसे राष्ट्रपति भवन, संसद, सुप्रीम कोर्ट हैं. कई संवैधानिक पदाधिकारी जैसे- सभी देशों के राजनयिक दिल्ली में रहते हैं और अगर कोई भी प्रशासनिक भूल होती है तो इससे पूरी दुनिया में देश की छवि धूमिल होगी.

केंद्र सरकार का कहना है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लिया गया कोई भी फैसला या आयोजन न केवल यहां के स्थानीय लोगों, बल्कि देश के बाकी नागरिकों को भी प्रभावित करता है.

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