BJP 44th Foundation Day: बीजेपी का 44वां स्थापना दिवस आज, जानें कैसे हुई पार्टी की शुरुआत
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1641043

BJP 44th Foundation Day: बीजेपी का 44वां स्थापना दिवस आज, जानें कैसे हुई पार्टी की शुरुआत

BJP 44th Foundation Day: भारतीय जनता पार्टी (BJP) की स्थापना 06 अप्रैल 1980 को हुई, लेकिन इसका इतिहास जनसंघ से जुड़ा हुआ है. जानें कैसे हुई BJP की शुरुआत. 

BJP 44th Foundation Day: बीजेपी का 44वां स्थापना दिवस आज, जानें कैसे हुई पार्टी की शुरुआत

BJP 44th Foundation Day: भारतीय जनता पार्टी (BJP) आज अपना 44वां स्थापना दिवस मना रही है, इसको लेकर देश भर में खास तैयारियां की गई हैं. स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 14 अप्रैल तक अलग-अलग तरह के आयोजन किए जाएंगे. कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के ध्वाजारोहण से होगी, जिसके बाद सभी जिला अध्यक्ष ध्वजारोहण करेंगे और 1,056,945 बूथ कार्यकर्ता अपने घर पर ध्वजारोहण करेंगे. 

PM मोदी का संबोधन
ध्वाजारोहण के बाद सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर पीएम नरेंद्र मोदी का संबोधन होगा, जिसे स्क्रीनिंग के माध्यम से 10 लाख कार्यकर्ताओं तक पहुंचाने का लक्ष्य है. इसके साथ ही सभी सांसदों को भी सुबह 9 बजकर 30 मिनट पर बालयोगी ऑडिटोरियम में पहुंचने के लिए कहा गया है.

दोपहर 12 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दीवार लेखन करेंगे, जिसके बाद देशभर में 1,072,945 जगहों पर दीवार लेखन होगा. इसमें दीवारों पर नारे लिखे जाएंगे. 11 अप्रैल कोज्योतिबा फूले और 14 अप्रैल को भीम राव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.

सामाजिक न्याय सप्ताह 
भारतीय जनता पार्टी (BJP) 06 से 14 अप्रैल, बाबा साहब आंबेडकर की जयंती तक इस सप्ताह को सामाजिक न्याय सप्ताह के तौर पर मनाएगी. इस दौरान गरीब, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़े वर्ग के कल्याण के बारे में चर्चा की जाएगी. 

6 अप्रैल 1980 को हुई पार्टी की स्थापना
भारतीय जनता पार्टी (BJP) की स्थापना 06 अप्रैल 1980 को हुई, लेकिन इसका इतिहास पुराना है. BJP का इतिहास जनसंघ से जुड़ा हुआ है. डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के  बाद जवाहरलाल नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर 1951 में जनसंघ की शुरुआत की थी.जनसंघ ने कश्मीर को विशेषाधिकार देने का विरोध किया जिसके बाद श्यामाप्रसाद मुखर्जी को जेल में डाल दिया गया और उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.  

1977 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल खत्म कर चुनाव कराने का फैसला किया.तब जयप्रकाश नारायण के आह्वान पर सभी कांग्रेस-विरोधी दल एकजुट हुए और ‘जनता पार्टी’ बनाई. 1 मई 1977 को भारतीय जनसंघ का जनता पार्टी में विलय हुआ. बाद में आपसी प्रतिस्पर्धा बढ़ने के बाद 6 अप्रैल 1980 को नए संगठन के तौर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की स्थापना हुई.