Bajra Sell: भिवानी अनाज मंडी के सुपरवाईजर योगेश शर्मा ने बताया कि हरियाणा के कृषि मंत्री व मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आज से बाजरे की खरीद हैफेड के द्वारा मंडियों में शुरू कर दी गई है. भिवानी जिला में बाजरे की खरीद के पहले दिन अब तक 700 क्विंटल के करीब बाजरा पहुंचा है.
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Haryana News: हरियाणा प्रदेश के शुष्क व अर्धशुष्क क्षेत्रों में उगाई जाने वाली प्रमुख मिलेट बाजरे की आज से सरकारी खरीद हैफेड के माध्यम से प्रदेशभर की 35 मंडियों में शुरू कर दी गई है. अबकी बार राज्य सरकार ने बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2200 रूपये तथा भावांतर भरपाई के तहत 300 रूपये के बोनस सहित कुल 2500 रूपये प्रति क्विंटल पर बाजरे की खरीद की जा रही है. भिवानी अनाज मंडी में भी आज बाजरे की खरीद के लिए किसान गेट पास लेकर पहुंचे, जिन्होंने बाजरे की खरीद पर मिल रहे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खुशी जताई. भिवानी, चरखी दादरी, रोहतक, झज्जर, रेवाड़ी, गुडग़ांव, हिसार सहित एक दर्जन से अधिक जिलों में बाजरा मुख्य खरीफ की फसल है.
मंडी पहुंचा 700 क्विंटल बाजरा
भिवानी अनाज मंडी के सुपरवाईजर योगेश शर्मा ने बताया कि हरियाणा के कृषि मंत्री व मुख्यमंत्री के निर्देशों पर आज से बाजरे की खरीद हैफेड के द्वारा मंडियों में शुरू कर दी गई है. भिवानी जिला में बाजरे की खरीद के पहले दिन अब तक 700 क्विंटल के करीब बाजरा पहुंचा है, जिसे नमी चेक करके खरीद एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है. इसके तहत जिन किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्यारौ पोर्टल पर पंजीकरण करवाया था, उनका बाजरा 2200 रूपये के न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित भावांतर भरपाई योजना के तहत 300 रूपये सहित 2500 रूपये में खरीदा गया है. उन्होंने बताया कि किसानों के लिए अनाज मंडी में बाजरे की खरीद के दौरान कोई परेशानी न हो, इसके लिए चार शैड बनाए गए हैं. लाईट, जनरेटर, पीने की पानी व साफ-सफाई और बरसात से बचने के लिए आढ़तियों को तिरपाल उपलब्ध करवाए गए हैं. बाजरे की खरीद की मोनिटरिंग के लिए कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने भिवानी के उपायुक्त, एसडीएम की देखरेख में खरीद शुरू की है.
2500 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से हो रही है खरीद
भिवानी अनाज मंडी में अपनी बाजरे की फसल को लेकर पहुंचे किसान नगेंद्र, अशोक, सुंदर सिंह व आढ़ती नरेंद्र ने बताया कि आज से बाजरे की सरकारी खरीद शुरू कर दी गई है. किसानों को 2500 रूपये प्रति क्विंटल के भाव से सरकारी खरीद की जा रही है. अबकी बार फसल के पकाव के अंतिम डेढ़ महीनों में बरसात ना होने के कारण फसल कुछ कमजोर रही है. जिससे उत्पादन में कमी आई है. हालांकि राज्य सरकार द्वारा बाजरे का अच्छा भाव दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अनाज मंडियों में बाजरे की खरीद के लिए आने वाले किसानों के लिए पीने के पानी, लाईट, शैड की अच्छी व्यवस्था की गई है.
INPUT- Naveen Sharma