अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एमसीडी चुनाव हमारे लिए युद्ध जैसा था. हमें हराने के लिए भाजपा पूरी मशीनरी हमारे खिलाफ लगा दी. 7 मुख्यमंत्री, 17 केंद्रीय मंत्री खुद अमित शाह और जेपी नड्डा सब हमारे खिलाफ दुष्प्रचार कर रहे थे. लेकिन हम अपने काम गिनाते रहे, जनता ने हमें जिताया. जनता की सेवा करो.
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नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सिविल साइंस स्थित शाह ऑडिटोरियम में अपने नव निर्वाचित पार्षदों के साथ बैठक की. नतीजों के बाद अरविंद केजरीवाल नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ पहली बैठक थी. इस बैठक में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, गोपाल राय के साथ सभी विधायक भी मौजूद रहे. बैठक में केजरीवाल ने अपने सभी पार्षदों को मूल मंत्र देते हुए कहा कि अगर जनता के काम करोगे तो दोबारा चुनकर आओगे. अगर भ्रष्टाचार करोगे या फिर लोगों के काम नहीं हुए तो अगली बार टिकट भी नहीं मिलेगी और जनता वोट भी नहीं देगी. इस दौरान AAP ने इस बैठक में ये तय किया कि दिल्ली में सभी 12 ज़ोन के लिये 4 इंचार्ज बनाये गये हैं. ये चारों इंचार्ज सरकार और पार्षदों के बीच बेहतर कोऑर्डिनेशन का काम करेंगे ताकि पार्षदों के कामकाज और इस दौरान उन्हें होने वाली परेशानी को ठीक किया जा सके. इसके लिए पार्टी ने 3-3 जोन की जिम्मेदारी विधायक अतिशी, सौरभ भारद्वाज, दुर्गेश पाठक और पार्टी नेता आदिल को दी है.
AAP के नवनिर्वाचित पार्षदों से अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मेरे लिए यह बहुत मुश्किल चुनाव था. इन लोगों ने जिस लेवल के षड्यंत्र रचे और जिस तरह से पूरी मशीनरी को हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया, उसे देखते हुए मेरी नजर में यह अब तक का सबसे मुश्किल चुनाव था. इनके 7 मुख्यमंत्री, 17 केंद्रीय मंत्री खुद अमित शाह और जेपी नड्डा सब उतर गए थे. यह सब तो थे ही, लेकिन जिस तरह इन्होंने मीडिया पर दबाव डालकर, उनकी बांह मरोड़ कर 24 घंटे हमारे खिलाफ दुष्प्रचार किया. रोज सुबह 8:30- 9:00 बजे एक फर्जी वीडियो निकल कर आ जाता था और फिर 24 घंटे सारे चैनलों पर वही वीडियो चलता था.
सिसोदिया, गहलोत और जैन पर फर्जी केस लगाया
हम पॉजिटिव राजनीति करते हैं. इन्होंने हमको चुनाव में नैरेटिव बनाने ही नहीं दिया है कि हम चुनाव जीतेंगे तो क्या करेंगे. हम 10-11 बजे प्रेस कांफ्रेंस करने की सोचते थे, उससे पहले ही यह कुछ ना कुछ ले आते थेस, कभी ठग सुकेश चंद्रशेखर की चिट्ठी लेकर आ जाते थे तो कभी मनीष सिसोदिया के खिलाफ कुछ ले आते थे, कभी सतेंद्र जैन पर फर्जी केस, कभी कैलाश गहलोत पर फर्जी केस. सीबीआई-ईडी इनकम टैक्स सब लगा दिए और रेड की. मैं समझता हूं कि इस तरह का युद्ध उन्होंने किसी के साथ नहीं किया जैसा एमसीडी चुनाव के दौरान किया. उन्होंने हमें बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
बीजेपी वाले बदनाम करते रहे, जनता ने हमपर भरोसा जताया
बीजेपी वाले यह नहीं कह रहे थे कि हम ईमानदार हैं और आम आदमी पार्टी वाले चोर हैं बल्कि वह कह रहे थे कि हम तो चोर हैं ही यह भी हमारी तरह चोर हैं. हम जो अपने आपको बार-बार ईमानदार कहते थे यह को ध्वस्त करना चाहते थे कि यह लोग ईमानदार नहीं है, यह भी हमारे जैसे हैं. इनके सारे दुष्प्रचार के बावजूद जनता ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया. टीवी पर चलाते थे कि मनीष सिसोदिया सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी और गली में जनता कह रही होती थी बीजेपी वाले चोर हैं, लेंटर पर पैसा खाते हैं.
Video: केजरीवाल ने पार्षदों से कही वो बात जिससे मिलेगी खूब इज्जत
जनता भ्रष्टाचार से दुखी है, पैसे मत लेना
केजरीवाल ने पार्षदों से कहा कि अगले 5 साल में आप लोग कुछ ऐसा करना कि जनता का विश्वास और सुदृढ़ हो. ऐसा मत करना कि जनता का विश्वास हमारे में कम हो जाए. जनता सबसे ज्यादा एमसीडी में भ्रष्टाचार से दुखी है. अगर आप यह सोचे हैं कि मैं पैसे कमा लेता हूं और किसी को पता नहीं चलेगा तो आप गलत है क्योंकि सब को सब पता चल जाता है. किसी को पता चले या न चले लेकिन ऊपर वाले को तो पता चलता है.
हमने ईमानदारी से काम किया, जनता हमारे साथ
नवनिर्वाचित पार्षदों से कहा कि यह मान लेना कि अगर आपने पैसे खाने चालू कर दिए तो यह आपका आखरी मौका है जिंदगी का. भगवान ने आपको मौका दिया, आम आदमी पार्टी ने टिकट दी. जनता ने आप को जीता दिया. अब यहां से आगे का रास्ता आपके ऊपर है. ईमानदारी से काम करोगे, सेवा करोगे तो खूब तरक्की करोगे और अगर इसी बार लालच में पड़ गए तो यह सोच लेना कि अगली बार टिकट भी गई जनता भी गई और सब कुछ गया. बस यही 5 साल है और कुछ नहीं होगा आपके पास. जो आदमी पैसे खाता है वह काम नहीं कर सकता, पैसे की लत बहुत गंदी होती है. आज मनीष सिसोदिया और हमने ईमानदारी से काम किया है तभी इतने बड़े षड्यंत्र के बावजूद कोई हमको बेईमान नहीं मान रहा, लोग कह रहे हैं कि यह ईमानदार लोग हैं. अगर पैसे लेने चालू कर दिए तो इज्जत नहीं दी जाएगी और सब कुछ जाएगा फिर जनता आपके साथ खड़ी नहीं होगी, परिवार की भी दुर्गति होगी. केजरीवाल ने कहा कि बस पैसे मत ले लेना. अगर 2-4 काम कम कर दो तो चलेगा. कहीं ऐसा ना हो कि इस बार हम बीजेपी के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़े हैं और अगली बार बीजेपी हमारे भ्रष्टाचार के खिलाफ चुनाव लड़े, ये नही होना चाहिए.
अच्छा काम करो, सर्वे में नंबर लाओ और टिकट पाओ
MLA और पार्षद मिलकर चलना. मैं कई सारे विधायकों से मिला उनको यह डर रहता है कि हमारा टिकट ना कट जाए. किसी की टिकट नहीं कट रही चिंता ना करो. आप सबको पता है कि हम सर्वे के आधार पर टिकट देते हैं. विधायकों की टिकट भी सर्वे के आधार पर दी और पार्षदों की टिकट भी सर्वे पर मिली. अगर दोनों बनाकर चलोगे तो काम 10 गुना बढ़ेगा. अगर पॉजिटिविटी बढ़ेगी तो सर्वे में अपने आप विधायक का नाम आ जाएगा और अगर लड़ाई करोगे तो ना एमएलए का सर्वे अच्छा आएगा और ना ही पार्षद का. दोनों ही अपना नुकसान कर लोगे. अब सब मिलकर काम करो एक दिन हम सब बीजेपी वालों को भी आम आदमी पार्टी जॉइन कराएंगे. दिल्ली के दो करोड़ लोगों को आम आदमी पार्टी में शामिल करेंगे. अपने मन से यह निकाल दो कि इसने वोट नहीं दिया, उसने वोट नहीं दिया. सबके काम करो और सब पार्टी वालों को अपनी पार्टी में शामिल करते जाओ. सफाई कर्मचारी बेचारा सब तरफ से पिसता है. सफाई कर्मचारियों को साथ लेकर चलना और उनको दोस्त बनाना अपने परिवार का हिस्सा बनाना है.
खरीदने की कोशिश करेंगे, लेकिन बिकना मत
अंत में सबसे अहम चीज यह है कि यह लोग अब आप लोगों को खरीदने की कोशिश करेंगे। ऑलरेडी फोन आने चालू हो गए हैं. कुछ लोगों के पास फोन आए हैं किसी को कह रहे हैं 10 लाख ले लो किसी को कह रहे हैं 50 लाख ले लो और हम को वोट डाल दो... लेकिन मुझे पूरी उम्मीद है आप में से कोई भी बिकने नहीं वाला. आप में से एक-एक व्यक्ति हीरा है. लेकिन इनको एक्सपोज करना भी जरूरी है इसलिए अपने फोन में रिकॉर्डिंग लगा लो कोई भी फोन आएगा रिकॉर्ड हो जाएगा
BJP वालों के कॉल रिकॉर्ड करो
कोई अगर आकर मिले तो अपने फोन की रिकॉर्डिंग ऑन कर देना या चाहे ऑडियो रिकॉर्डिंग ही ऑन कर देना. इनको एक्सपोज़ करना. तेलंगाना की रिकॉर्डिंग आई थी उसमें यह लोग कह रहे थे कि दिल्ली के 40 विधायक हमने खरीद लिए. आपके पास कोई भी आए उसकी रिकॉर्डिंग कर लो. रिकॉर्डिंग करके इनको एक्सपोज़ करेंगे. इनकी कुरीतियां जनता के सामने लाना जरूरी है. अगर किसी के पास भी फोन आए या कोई मिलने आए तो तुरंत अपने कोऑर्डिनेटर को बता देना. अपने विधायक को बता देना या फिर ऊपर बता देना ताकि तुरंत हम एक्शन लें.