Eearthquakes: क्यों आता है भूकंप और कैसे मापी जाती है इसकी तीव्रता, जानिए यहां
Zee Bihar-Jharkhand Web Team
Oct 03, 2023
भूगर्भविदों का मानना है
भूगर्भविदों का मानना है कि इंडियन प्लेट यूरेशियन प्लेट की तरफ बढ़ रही है. इसलिए बार-बार इंडियन प्लेट यूरेशियन प्लेट से टकराती हैं और भूकंप आते रहते हैं.
मैग्नीट्यूट टेस्ट स्केल
रिक्टर स्केल को रिक्टर मैग्नीट्यूट टेस्ट स्केल भी कहते हैं. भूकंप को रिक्टर स्केल पर इसके केंद्र से 1 से 9 तक के आधार पर मापा जाता है.
भूकंप की तीव्रता
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल से मापी जाती है. यह भूकंप की तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है.
कम क्षेत्र प्रभावित
अगर भूकंप की आवृत्ति ऊपर की तरफ है तो कम क्षेत्र प्रभावित होंगे.
भूकंप की तीव्रता
अगर रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 7 या इससे अधिक हो तो आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में झटके तेज लगते हैं.
कंपन की आवृत्ति
कंपन की आवृत्ति जैसे जैसे दूर होती है, भूकंप का प्रभाव भी कम होता जाता है.
भूकंप का असर
भूकंप का असर इस जगह पर सबसे अधिक होता है और सबसे अधिक कंपन भी यही महसूस किया जाता है.
भूकंप का केंद्र
भूकंप का केंद्र उस जगह को कहते हैं, जिसके ठीक नीचे धरती के प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा पैदा होती है.
पहाड़ों को काटने का कारण
पहाड़ों को काटने, धरती की गहराई से खुदाई, पेड़ों की कटाई से प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है और बार बार भूकंप आते हैं.
पर्यावरणविदों की मानें
पर्यावरणविदों की मानें तो भूकंप आने की कई कारण हो सकते हैं.