बेगूसराय: बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी नल-जल योजना, जिसका उद्घाटन 2017 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था, बिचौलियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते असफल हो गई है. इस योजना के तहत शहरी और ग्रामीण इलाकों में हर घर तक पानी पहुंचाने का वादा किया गया था, लेकिन करोड़ों रुपये खर्च के बावजूद कई घरों में पानी नहीं पहुंचा. बेगूसराय जिले के सूजा गांव में नल लगाए गए हैं, लेकिन उनमें पानी नहीं आ रहा. नाराज ग्रामीणों ने नलों में बकरियां बांध रखी हैं और पाइपलाइनें टूटी पड़ी हैं. जी मीडिया की टीम ने जब रियलिटी चेक किया, तो पता चला कि नल लगे हैं, पर पानी नहीं. ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट हाथी का दांत साबित हुआ है. इस योजना में करोड़ों रुपये बर्बाद हो गए हैं, और लोगों में भारी नाराजगी है.