रांची के सिल्ली में तीन दिवसीय गूंज महोत्सव का राज्यपाल ने किया उद्घाटन, 5001 ने बांधा समा
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1491632

रांची के सिल्ली में तीन दिवसीय गूंज महोत्सव का राज्यपाल ने किया उद्घाटन, 5001 ने बांधा समा

रांची में उत्साह और उल्लास के बीच सिल्ली में तीन दिवसीय गूंज महोत्सव आज से शुरू हो गया है.

 (फाइल फोटो)

Ranchi: रांची में उत्साह और उल्लास के बीच सिल्ली में तीन दिवसीय गूंज महोत्सव आज से शुरू हो गया है. इस महोत्सव का उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने किया, इस दौरान आजसू पार्टी के सुप्रियो सुदेश महतो आजसू पार्टी के विधायक और सांसद समेत भाजपा पार्टी के रांची सांसद संजय सेठ राजसभा सांसद आदित्य साहू समेत कई गणमान्य लोग मंच पर मौजूद रहे. सभी ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया,. 

राज्यपाल ने कही ये बात

उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि विकास के विविध आयाम से जुड़े गूंज महोत्सव में शामिल होकर प्रसन्नता हुई है और गूंज की ''अनुगूंज'' पूरी दुनिया में फैले. उन्होंने कहा कि महोत्सव का पहला दिन महिलाओं के नाम समर्पित है. जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवताओं का वास होता है. महिलाओं को विकास की मुख्य धारा में जोड़े बिना सशक्त समाज की कल्पना नहीं की जा सकती. इसके साथ ही युवाओं और किसानों को बेहतर मुकाम देकर राज्य और देश को खुशहाल बनाया जा सकता है. इस दिशा में गूंज का प्रयास सराहनीय है.

यूट्यूब पर देखा था छऊ कला

राज्यपाल ने आगे कहा कि छऊ कला को यूट्यूब पर देखा था. आज जीवंत रुप में सुंदर प्रदर्शन देख आह्लादित हूं. राज्यपाल ने सुदेश कुमार महतो के समाज के हर वर्गों के विकास और क्षमता निर्माण में किए जा रहे रचनात्मक और सृजनात्मक प्रयासों की तारीफ की. उन्होंने आगे कहा कि सुदेश कुमार महतो ऊर्जावान हैं. सिल्ली के साथ राज्य को बेहतर बनाने की उनकी सोच और मंशा सफल हो. इससे पहले सिल्ली कॉलेज में उन्होंने उच्च स्तरीय लाइब्रेरी और स्टडी सेंटर का ऑनलाइन शुभारंभ किया. स्टडी सेंटर का संचालन झारखंड स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी के द्वारा किया जाएगा. 

रेड कारपेट पर राज्यपाल की अगवानी

राज्यपाल के सिल्ली पहुंचने पर गूंज महोत्सव के संरक्षक पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो और अन्य अतिथियों ने स्वागत किया. रेड कारपेट पर राज्यपाल की अगवानी करते हुए मंच पर ले जाया गया. इस दौरान स्टेडियम में मौजूद बड़ी तादाद में महिलाओं, युवाओं, बच्चों और लोक कलाकारों ने महामहिम का ढोल, नगाड़े और पारंपरिक वाद्य यंत्रों की गूंज के बीच गर्मजोशी से स्वागत किया. झारखंड तीरंदाजी संघ की उपाध्यक्ष नेहा महतो ने शॉल ओढ़ाकर और मोमेंटो देकर राज्यपाल का स्वागत किया. इसके साथ ही राज्यपाल एक साथ 5001 कलाकारों का ''छऊ नृत्य कार्निवाल और 1500 युवाओं बच्चों का सांस्कृतिक प्रदर्शन देख भावविभोर 

सुदेश कुमार महतो ने कही ये बात

इस मौके पर राज्यपाल और अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए सुदेश कुमार महतो ने कहा कि झारखंडी संस्कृति व परंपरा की विरासत का जतन करने की कोशिशों के साथ शुरू गूंज महोत्सव ने अपने यादगार सफर के साथ क्षेत्र के विकास और समाज के सशक्तिकरण में निर्णायक भूमिका अदा की है . इसके दारोमदार गूंज परिवार से जुड़े 74 हजार परिवार हैं. महामहिम ने आज सिल्ली की धरती को सुशोभित करते हुए गूंज महोत्सव के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है. यह महोत्सव जहां खुशियों का दूसरा नाम है, वहीं उनका मुख्य मकसद समाज के हर वर्ग का सशक्तीकरण करना है.

इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ छऊ नृत्य

समारोह में शामिल इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के सुब्रतो दास ने छऊ नृत्य को पारंपरिक नृत्य के तौर पर इस रिकॉर्ड्स में शामिल कर करने की घोषणा की. इसके साथ ही उन्होंने सुदेश कुमार महतो को रिकॉर्ड्स से जुड़े मैडल पहनाया.

Trending news