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Jharkhand Dumka Death Case: झारखंड (Jharkhand) के दुमका (Dumka) में 12वीं की छात्रा को जिंदा जलाए जाने की घटना को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने संज्ञान ले लिया है. जिसके बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम अध्यक्ष के साथ रांची आएगी और इस घटना को लेकर अब हुई कार्रवाई को लेकर जानकारी हासिल करेगी. इसके अलावा आयोग 4 और 5 सितंबर को दुमका में पीड़ित परिवार, पुलिस अधिकारी और डॉक्टरों से भी मुलाकात भी करेगा. इस मामले को लेकर आयोग नें इससे पहले पुलिस से रिपोर्ट भी मांगी थी.
CWC ने उठाई थी मांग
झारखंड के दुमका जिले में बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने कहा कि एक व्यक्ति ने 12वीं कक्षा की जिस छात्रा को आग लगायी थी वह नाबालिग थी तथा उसने पोक्सो कानून के तहत कार्रवाई करने की मांग की. समिति ने कहा कि छात्रा की 10वीं कक्षा के अंकपत्र के अनुसार उसकी उम्र 16 साल के आसपास थी और वह बालिग नहीं थी जैसा कि पुलिस ने दावा किया. दुमका सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने कहा, 'हम सिफारिश करते हैं कि प्राथमिकी में बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून की धाराएं भी जोड़ी जाए क्योंकि हमारी जांच के मुताबिक लड़की नाबालिग थी."
SIT का हो चुका है गठन
इस केस की जांच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है. CM हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद पुलिस प्रशासन काफी ज्यादा सक्रिय हो गई है. SP दुमका के नेतृत्व में SIT की टीम का गठन किया गया है. ये टीम ही अब इस मामले की जांच करेगी. इस मामले की निगरानी खुद SP दुमका कर रहे हैं. पुलिस ने इस मामले में अभी तक मुख्य आरोपी शाहरूख सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.