विधायक रत्नेश सदा ने मंत्री पद की शपथ ली है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों अचानक फोन कर उन्हें पटना बुलाया था और उन्हें फिलहाल पटना नहीं छोड़ने के निर्देश भी दिए थे.
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Nitish Cabinet Expention : जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के कुछ दिनों बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को बिहार मंत्रिमंडल का विस्तार किया. सोनबरसा से जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक और दलित नेता रत्नेश सदा को सुमन के स्थान पर मंत्रिमंडल में शामिल किए गए. विधायक रत्नेश सदा ने मंत्री पद की शपथ ली है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीते दिनों अचानक फोन कर उन्हें पटना बुलाया था और उन्हें फिलहाल पटना नहीं छोड़ने के निर्देश भी दिए थे.
अगस्त 2022 में जद (यू) की तरफ से महागठबंधन सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ अपना नाता तोड़ लेने के बाद लंबे समय से मंत्रिमंडल विस्तार किया जा रहा है. वर्तमान में बिहार मंत्रिमंडल में 30 मंत्री हैं. विधानसभा की कुल संख्या के आधार पर अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं. मंत्रिमंडल में राजद के 16, जदयू के 11 और कांग्रेस के दो मंत्री हैं. एक निर्दलीय सदस्य भी है.
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बता दें कि विपक्षी दलों की बैठक के पहले संतोष सुमन के मंत्रिमंडल से इस्तीफा के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई है. संतोष ने इस्तीफा देने के बाद सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि उनके इस्तीफा देने की वजह उनके पास पार्टी को विलय करने का प्रस्ताव आया था. हमने इस बारे में अपने कार्यकर्ताओं, विधायकों से विचार-विमर्श किया तो इस पर किसी की सहमति नहीं मिली. संतोष सुमन ने कहा था कि विलय का प्रस्ताव जेडीयू की तरफ से आया था.
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