मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टक्कर देने के लिए मोदी कैबिनेट में बिहार का दबदबा बढ़ सकता है. हालांकि, किसे मंत्री बनाया जाएगा और किसे नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है.
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Modi Cabinet Expansion: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. 2024 के रण में उतरने से पहले मोदी एक बार अपनी कैबिनेट में विस्तार कर सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, 10 जून से पहले मोदी कैबिनेट में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को टक्कर देने के लिए मोदी कैबिनेट में बिहार का दबदबा बढ़ सकता है. हालांकि, किसे मंत्री बनाया जाएगा और किसे नहीं इसकी कोई जानकारी नहीं मिली है.
2024 को लेकर मोदी अपनी टीम से निष्क्रिय मंत्रियों को बाहर करके नए चेहरों को शामिल कर सकते हैं. बिहार के भी कई चेहरे हैं जो अब मोदी कैबिनेट का हिस्सा नहीं रहेंगे, हालांकि इनकी जगह नए सांसदों को शामिल किया जा सकता है. सूत्रों के मुताबिक, बेगूसराय से सांसद गिरीराज सिंह, आरा से सांसद आरके सिंह भी मोदी कैबिनेट में दिखाई नहीं देंगे. दोनों लगातार 9 साल से मोदी टीम का हिस्सा बने हुए हैं. अब इनकी जगह नए चेहरों को शामिल किया जाएगा. पशुपति पारस भी 70 साल की उम्रसीमा को पार कर चुके हैं और इनका स्वास्थ्य भी ठीक नहीं रहता है.
इन मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी
सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार में जिन मंत्रियों की उम्र ज्यादा हो गई है. उनकी छुट्टी हो सकती है. मोदी सरकार में 75 साल की उम्र को आधार माना गया है. वर्तमान समय में 10 से ज्यादा ऐसे मंत्री है जिनकी उम्र 70 साल को पार कर चुकी है. मोदी सरकार में सबसे ज्यादा उम्रदराज मंत्री सोम प्रकाश हैं. वो इस वक्त वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री का पदभार संभाल रहे हैं. इसके अलावा राव इंद्रजीत सिंह भी 73 साल के हो चुके हैं. मोदी कैबिनेट में वो इस वक्त सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय में राज्य मंत्री का जिम्मा संभाल रहे हैं. जनरल वीके सिंह भी 72 साल हो चुके हैं. वह अभी सरकार में सड़क परिवहन के साथ साथ नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं.
मोदी टीम में दिखेंगे ये नए चेहरे!
सांसद गोपाल जी ठाकुर के साथ सांसद सतीश दुबे को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं. यदि दोनों में से किसी एक को मौका मिलने की संभावना होगी तो गोपाल जी ठाकुर का नाम आगे बढ़ाया जा सकता है. केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के विकल्प के रूप में राजीव प्रताप रूडी या जनार्दन सिग्रीवाल में से एक कोई आगे आ सकता है. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के विकल्प के तौर पर आरके सिन्हा और विवेक ठाकुर का नाम आ रहा है. वहीं केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के विकल्प के रूप में रामकृपाल यादव पर भी विचार हो सकता है. डॉ. संजय जायसवाल और सुशील मोदी के अलावा प्रदीप सिंह और अजय निषाद के नाम भी चर्चा में हैं.
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चिराग पासवान भी बनेंगे मंत्री!
जानकारी के मुताबिक, मंत्रिमंडल में मोदी के हनुमान यानी चिराग पासवान को भी जगह दी जा सकती है. जानकारी तो ये भी मिली है कि चिराग को उनके पिता का ही मंत्रालय सौंपा जा सकता है. बता दें कि इस वक्त उस मंत्रालय को चिराग के चाचा पशुपति पारस संभाल रहे हैं. पशुपति की सेहत को देखते हुए चिराग को उनकी जगह रिप्लेश किया जा सकता है. हालांकि चिराग अभी एनडीए का हिस्सा नहीं हैं लेकिन वह किसी भी समय एनडीए का हिस्सा बन सकते हैं. बीजेपी की कोशिश है कि 2024 से पहले रामविलास के परिवार को एकजुट किया जाए, मतलब चाचा पशुपति और भतीजे चिराग के बीच की दूरियों को खत्म कराया जाए. अंदरखाने इसकी कोशिश भी चल रही हैं लेकिन पशुपति इसके लिए तैयार नहीं है.