Jharkhand Politics: झारखंड की जारी सियासी उठापटक के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जी मीडिया से खास बातचीत की है.
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रांची:Jharkhand Politics: झारखंड की जारी सियासी उठापटक के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जी मीडिया से खास बातचीत की है.
सवाल- आज का दिन झारखंड की राजनीति के लिए कितना महत्वपूर्ण है?
जवाब- आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने बुलाया है और सीए पूछताछ के लिए जा रहे हैं. मुझे नहीं लगता है इसमें कोई छिपा हुआ राजनीति में एजेंडा है. यह लोकतांत्रिक देश है जिसमें ईडी, इनकम टैक्स, सीबीआई सबका सम्मान करना चाहिए. ईडी, सीबीआई अगर किसी को बुलाती है चाहे व्यक्ति हो या सरकार उसे कानून का सम्मान करना चाहिए .
सवाल- सीएम ने विपक्ष पर सरकार गिराने का प्रयास करने का आरोप लगाया है, इस पर क्या कहना है?
जवाब- आज जो राजनीतिक परिस्थितियां बनी है अगर उसके लिए कोई आदमी जिम्मेदार है तो वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारी है. वो देश के पहले मुख्यमंत्री है जिन्होंने अपने और अपनी पत्नी के नाम पर, अपने विधायक प्रतिनिधि के नाम पर खनन लीज लिया है. सारी मुसीबत का जड़ तो स्वयं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं. मुख्यमंत्री विधायक प्रतिनिधि 1000 करोड़ के गबन में जेल में है. आज तक उन्होंने अपने विधायक प्रतिनिधि को हटाया नहीं. आज जनता देख रही है जिस तरह अंग्रेज खनिज जल जंगल जमीन को लूट रहे थे उसी तरह आज राज्य सरकार लूटपाट कर रही है.
सवाल- हेमंत सोरेन जेल जाने के बाद भी जेल के अंदर से विपक्ष का सूपड़ा साफ कर देंगे.
जवाब- आने वाले चुनाव में पता चलेगा कि किसका सूपड़ा साफ होगा. मुख्यमंत्री जान चुके हैं कि मैं जेल जाऊंगा और मेरी सदस्यता खत्म होने वाली है. इसलिए बौखला कर इस तरह के बयान बाजी कर रहे है, जनता सब देख रही है आने वाले चुनाव में इसका जवाब देगी.
सवाल- जेएमएम और कांग्रेस आरोप लगा रही है कि बीजेपी केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है और राज्यपाल भी उनके इशारों पर चलते हैं.
जवाब- झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस परिवारवाद और भ्रष्टाचार करने वाली पार्टी कौन नहीं जानता. कांग्रेस के कार्यकाल में देश को बेचने का काम किया. वही आज राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा गरीब आदिवासियों को ठग कर राज्य को बेचने का काम कर रहे हैं और आज आदिवासी जान रहे हैं कि 2019 में जो वादे किए थे आज वह वादे सिर्फ सफेद हाथी के समान है. जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने गर्दन पकड़ा तो 1932 और ओबीसी याद आने लगा और झारखंड की जनता आदिवासी गरीब गरीब है बेवकूफ नहीं है.
सवाल- भारतीय जनता पार्टी का अगला कदम क्या होगा.
जवाब- झारखंड में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और मुख्यमंत्री चुप है क्योंकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन संरक्षण दे रहा है राज्य में गौ तस्कर को बढ़ावा मिला आदिवासी युवतियों के साथ रेप की घटना बड़ी आज पूरे झारखंड में किसी प्रखंड में चले जाइए बिना पैसा का बिना जाति प्रमाण पत्र बन रहा है ना ही आवासीय प्रमाण पत्र बन रहा है, पूरे राज्य में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और इसके पीछे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का संरक्षण है .
इनपुट- मनीष मेहता