किसान, नौजवान और व्यापारी सब गदगद, मोदी सरकार के तोहफे से बदल जाएगा भागलपुर का भाग्य
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किसान, नौजवान और व्यापारी सब गदगद, मोदी सरकार के तोहफे से बदल जाएगा भागलपुर का भाग्य

Bhagalpur News: केंद्र सरकार ने आम बजट में भागलपुर के लिए खास तोहफा दिया है. माना जा रहा है कि मोदी सरकार के इस तोहफे से भागलपुर का भाग्य बदल जाएगा. चारों तरफ खुशहाली आ जाएगी. दरअसल, भागलपुर के पीरपैंती में 21 हजार 400 करोड़ की लागत से 2400 मेगावाट के पावर प्लांट की मंजूरी दे दी. साथ ही और बहुत सारी सौगात दी है.

केंद्र सरकार के बजट से बदल जाएगा भागलपुर भाग्य (File Photo)

Bhagalpur: 23 जुलाई, 2024 दिन मंगलवार को लोकसभा में यूनियन बजट 2024-25 पेश हुआ. बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भागलपुर के लिए केन्द्र का खजाना खोल दिया. कई योजनाओं की घोषणा कर दी. भागलपुर को दो बड़ी परियोजना मिली है. दरअसल, भागलपुर के पीरपैंती में 21 हजार 400 करोड़ की लागत से 2400 मेगावाट के पावर प्लांट की मंजूरी दे दी. इस इलाके के कहलगांव में एनटीपीसी का 2340 मेगावाट का बिजली संयंत्र है. अब पीरपैंती में बिजली संयंत्र की मंजूरी बिहार और आसपास के कई राज्यों के लिए मिल का पत्थर साबित होगा.

पीरपैंती में थर्मल पावर के लिए पहले से 1020 एकड़ जमीन अधिग्रहण हो चुका है. जमीन अधिग्रहण पीरपैंती के हरिनकोल, तुंडवा मुंडवा, श्रीमतपुर, सुंदरपुर समेत आसपास के गांव के किसानों का जमीन अधिग्रहण किया गया है. इसका निर्माण एनएचपीसी और जेबी कराएगा. यह इलाका इस संयंत्र के लिए इसलिए भी उपयुक्त है, क्योंकि पीरपैंती का क्षेत्र और पास के झारखंड का राजमहल इलाके में कोयला का भंडार है. इसके साथ ही बिजली उत्पादन के लिए गंगा का पानी भी है. इसके बनने से भागलपुर और आसपास के लोगों को रोजगार भी मिल सकेगा. 

दूसरी ओर बिहार को बाढ़ प्रबंधन के लिए 11 हजार 500 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है. यह राशि कोसी नदी से प्रभावित इलाकों कोसी - मेची नदी अंतरराज्यीय लिंक, सिंचाई परियोजनाओं समेत अन्य 20 योजनाओं को आर्थिक मदद मिलेगी. बिहार का भागलपुर समेत कई जिला बाढ़ कटाव का दंश झेलता है. भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल इलाके से होकर गुजरने वाली कोसी नदी हर साल दर्जन भर गांव को प्रभावित करती है. साथ ही कई जिलों में कोसी कहर बरपाती है.

केंद्र की आर्थिक मदद से इसमें बहुत हद तक सुधार हो सकेगा. बाढ़, कटाव पर रोक लगाया जा सकेगा. नदी किनारे बांध का निर्माण और मजबूती से कटावरोधी काम कराया जा सकेगा. वहीं, सिंचाई परियोजनाओं से किसानों को काफी फायदा मिलेगा. चूंकि कई जिले सूखाग्रस्त है वहां सिंचाई की सुविधा नहीं है नहर, तालाब, स्टेट बोरिंग नहीं होने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस योजना से किसान भी गदगद है. 

बजट में भागलपुर की बहुप्रतीक्षित मांग भी पूरी हुई. बक्सर भागलपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए राशि की आवंटन की गई है. 386 किलोमीटर का यह एक्सप्रेसवे बनेगा. इससे भागलपुर से बक्सर की दूरी यानी 386 किलोमीटर की दूरी महज 4 घंटे में तय होगी. इसके साथ साथ उत्तर प्रदेश के कई शहरों, दिल्ली, हरियाणा की दूरी और साथ ही साथ बिहार के अरवल, रोहतास, जहानाबाद, नवादा, भोजपुर, जमुई की दूरी कम होगी. साथ ही भागलपुर में यह एक्सप्रेसवे मुंगेर मिर्जाचौकी फोरलेन से कनेक्ट होगा एनएच 80 से यह कनेक्ट होगा. इससे बेहतर कनेक्टिविटी बढ़ेगी. 

रिपोर्ट: अश्विनी कुमार

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