महागठबंधन सरकार को अल्टीमेटम, 15 मार्च तक नहीं मानी बात तो सड़क पर होगा संग्राम
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महागठबंधन सरकार को अल्टीमेटम, 15 मार्च तक नहीं मानी बात तो सड़क पर होगा संग्राम

बिहार में महागठबंधन सरकार के लिए मुश्किलें कम नहीं हो रही है. बता दें कि एक तरफ तो महागठबंधन में शामिल राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और उनके परिवार के साथ करीबियों के खिलाफ लगातार सीबीआई और ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है.

(फाइल फोटो)

पटना : बिहार में महागठबंधन सरकार के लिए मुश्किलें कम नहीं हो रही है. बता दें कि एक तरफ तो महागठबंधन में शामिल राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और उनके परिवार के साथ करीबियों के खिलाफ लगातार सीबीआई और ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. वहीं विपक्षी दल भाजपा भी नीतीश सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर है. बिहार सरकार बस इतनी मुसीबत में नहीं है प्रदेश के युवा भी सरकार के खिलाफ आक्रोशित हैं. बिहार में सातवें चरण की शिक्षक बहाली को लेकर युवा सड़कों पर हैं और प्रशासन की लाठियां पहले भी खा चुके हैं.  

अब भाजपा ने भी छात्रों के सुर में सुर मिलाया है और महागठबंधन सरकार को अल्टीमेटम दे दिया की नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव इन छात्रों को 15 मार्च तक नौकरी दे दें. बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि अगर 15 मार्च तक अगर इस मांग को नहीं पूरा किया गया तो 16 मार्च को भाजपा इस मामले को लेकर आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएगी. संजय जायसवाल ने कहा कि भाजपा छात्रों के साथ है और उनके साथ ही आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरेगी. 

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि अगर सरकार ने छात्रों की शिक्षक बहाली की मांग नहीं मानी तो भाजपा इसे आंदोलन को आगे बढ़ाएगी. भाजपा की तरफ से नीतीश कुमार पर इस मामले को लेकर झूठ बोलने का आरोप लगया. जायसवाल ने कहा कि बिहार के शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने नौकरी के कागज पर दस्तखत कर दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सरकार के शिक्षा मंत्री की तरफ से साफ तौर पर बरगलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो वादा किया था उसे नीतीश सरकार अब पूरा नहीं कर रही है. संजय जायसवाल ने कहा कि अप्रैल 2022 में भाजपा से वादा किया था कि वह शिक्षकों को नौकरी देंगे. एनडीए सरकार में एक लाख से अधिक शिक्षकों को मौकरी देने की योजना बनाई थी. अब नीतीश सरकार ने इस बजट में इसके लिए पैसा नहीं दिया तो फिर शिक्षकों को नौकरी कहां से देंगे. 

बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कम से कम एनडीए की सरकार रहते जो वादे किए थे उसे तो नीतीश कुमार पूरा करें. उन्होंने नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पहला बजट होगा जो पिछले बजट से कम है. उन्होंने कहा कि इस बजट के बाद साफ पता चल रहा है कि बिहार की हालत खराब हो गई है. उन्होंने कहा कि बिहार में कृषि पर बजट में इतनी कमी हुई है कि आप इसका स्वतः अनुमान लगा सकते हैं. उन्होंने साफ कहा कि महागठबंधन की यह सरकार प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है. 

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