Sawan Shivratri Jal Abhishek: इस साल सावन माह की शिवरात्रि 2 अगस्त यानी शुक्रवार को मनाई जाएगी. ये शिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित होती है.
Sawan Shivratri Jal Abhishek: सावन का पवित्र महीना चल रहा है. इस महीने में शिवलिंग का जलाभिषेक करने का खास महत्व होता है. जिसके वजह से इस महीने में भोले के भक्त कावड़ के साथ गंगाजल लाते है और सावन शिवरात्रि पर इस जल को शिवलिंग पर चढ़ाते है.
इस साल सावन माह की शिवरात्रि 2 अगस्त यानी शुक्रवार को मनाई जाएगी. ये शिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित होती है. इस दिन महादेव की पूजा अर्चना करने से भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती है. कहा जाता है कि सावन माह में शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भक्तों को महादेव की असीम कृपा प्राप्त होती है.
वैसे तो सावन का पूरा महीना ही भगवान शिव को समर्पित है. भगवान शिव के भक्तों के लिए पूजा करने के लिए ये महीना भी काफी शुभ होता है. लेकिन सावन महीने में आने वाली शिवरात्रि का खास महत्व होता है.
सावन शिवरात्रि की शुरुआत 2 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 26 मिनट पर होगी और इसका समापन 3 अगस्त को दोपहर 3 बजकर 50 मिनट पर होगा. इसलिए सावन माह की शिवरात्रि यानी कावड़ जल 2 अगस्त शुक्रवार को चढ़ाया जाएगा.
ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 19 मिनट से 05 बजकर 01 मिनट तक है. प्रातः सन्ध्या में 04 बजकर 40 मिनट से 05 बजकर 43 मिनट तक है. अभिजीत मुहूर्त 12 बजे से 12 बजकर 54 मिनट तक है. विजय मुहूर्त 02 बजकर 42 मिनट से 03 बजकर 36 मिनट तक है. गोधूलि मुहूर्त 07 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 32 मिनट तक है. सायाह्न सन्ध्या 07 बजकर 11 मिनट से 08 बजकर 14 मिनट तक है. सर्वार्थ सिद्धि योग 10 बजकर 59 मिनट से 05 बजकर 44 मिनट यानी अगस्त 03 तक है.
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