मामला पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता से जुड़ा है. जिनका राजेंद्र नगर स्टेशन के पास से चार की संख्या में अपहरणकर्ताओं ने अपहरण कर लिया था और उसके बाद अपहृत अधिवक्ता के ही फोन से 5 लाख की फिरौती की मांग और फिरौती की रकम नहीं देने पर जान से मार देने की धमकी दी गई थी.
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पटना : मामला पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता से जुड़ा है. जिनका राजेंद्र नगर स्टेशन के पास से चार की संख्या में अपहरणकर्ताओं ने अपहरण कर लिया था और उसके बाद अपहृत अधिवक्ता के ही फोन से 5 लाख की फिरौती की मांग और फिरौती की रकम नहीं देने पर जान से मार देने की धमकी दी गई थी. पीड़ित परिजन ने घटना की जानकारी पटना कोतवाली पुलिस को दी थी.
अधिवक्ता ने नौकरी लगवाने के नाम पर लिए थे पैसे
जहां कोतवाली पुलिस और एसटीएफ की टीम ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी की और छापेमारी के दौरान वैशाली के देसरी थाना क्षेत्र स्थित एक मुर्गी फार्म से अपहृत अधिवक्ता को सकुशल बरामद कर लिया और उसके साथ ही 4 अपहरणकर्ताओं को पटना पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. इसकी पुष्टि पटना के एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों ने करते हुए बताया की पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता केशव कुणाल त्रिपाठी ने लोगों से हाईकोर्ट के जज के नाम पर सिक्योरिटी एजेंसी से संपर्क किया और हाईकोर्ट में ही सुरक्षाकर्मियों की नौकरी लगाने के लिए सिक्योरिटी कंपनी के मालिक से लाखों रुपए नौकरी लगाने के नाम पर ठगी कर ली.
पैसा वापस नहीं करने पर कर लिया गया अधिवक्ता का अपहरण
मामला बीते 2 वर्ष से लगातार चलता आ रहा था लेकिन करोना कॉल होने के कारण नौकरी नहीं लगाए जाने की बार-बार अधिवक्ता के द्वारा जानकारी दी जा रही थी. काफी समय बीत जाने के कारण पीड़ित लोगों ने बकाया पैसा देने का दबाव बनाया. जिसके बाद अधिवक्ता ने एक युवक को 70 हजार रुपए देने की बात स्वीकार ली और पटना के राजेंद्र नगर स्टेशन पर लड़के को बुलाया. जहां सभी पीड़ितों ने अधिवक्ता को अपहरण कर अधिवक्ता के मोबाइल से ही 5 लाख के फिरौती की मांग करना शुरू कर दिया.
पुलिस के हत्थे चढ़े सभी अपरहणकर्ता
आनन-फानन में अपहृत अधिवक्ता के परिजनों के द्वारा एक मामला दर्ज कराया गया. जहां कोतवाली पुलिस और एसटीएफ की टीम के द्वारा अधिवक्ता केशव कुणाल त्रिपाठी को सकुशल बरामद कर लिया गया और मौके से चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने स्पष्ट करते हुए बताया की अधिवक्ता के द्वारा रुपए के लेनदेन की जांच में पुष्टि होने पर अधिवक्ता के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.
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