बयान के अनुसार एनसीएससी की बैठक का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अनुसूचित जाति समुदाय के अधिकारों की रक्षा की जाए. बयान के अनुसार एनसीएससी प्रतिनिधिमंडल 18 मई को अनुसूचित जाति के सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों और विधायकों के साथ बैठक करेगा.
Trending Photos
पटना: राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) बिहार में अनुसूचित जाति समुदाय के खिलाफ अत्याचार के मामलों की समीक्षा के लिए 18 मई से दो दिवसीय बैठक आयोजित करेगा. एक बयान में सोमवार को कहा गया कि एनसीएससी का प्रतिनिधिमंडल अपने अध्यक्ष विजय सांपला के नेतृत्व में बिहार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, मंत्रालयों के प्रधान सचिवों और राज्य सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक करेगा.
बयान के अनुसार एनसीएससी की बैठक का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अनुसूचित जाति समुदाय के अधिकारों की रक्षा की जाए. बयान के अनुसार एनसीएससी प्रतिनिधिमंडल 18 मई को अनुसूचित जाति के सांसदों, विधायकों, पूर्व सांसदों और विधायकों के साथ बैठक करेगा. इसके बाद अनुसूचित जाति कल्याण संघों और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक होगी. इसी दिन आयोग अनुसूचित जाति के आर्थिक और सामाजिक कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं, केंद्र प्रायोजित योजनाओं, केंद्रीय क्षेत्र की योजनाओं और आवास, भूमि, रोजगार, छात्रवृत्ति और अन्य संबंधित योजनाओं सहित राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करेगा.
एनसीएससी संविधान के तहत अनुसूचित जाति को प्रदान किए गए सेवा सुरक्षा उपायों की भी निगरानी करेगा. बयान में कहा गया है कि 19 मई को सांपला और एनसीएससी के अधिकारी अनुसूचित जाति समुदाय के खिलाफ अत्याचार के उन मामलों की समीक्षा करेंगे, जिन्हें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम (संशोधित) के तहत पुलिस या अदालतों द्वारा दर्ज और निपटाया गया था. एनसीएससी अन्य बातों के अलावा सिर पर मैला ढोने की प्रथा में लगे लोगों के पुनर्वास और अत्याचार के पीड़ितों को मुआवजे के भुगतान की स्थिति की भी समीक्षा करेगा.
इनपुट- भाषा
ये भी पढ़िए- आज ड्रोन गायब हुआ, कल CM गायब हो जाएं तो सरकार घोषित करेगी 1 करोड़ का इनाम: सम्राट