Corona के बढ़ते कोहराम के बीच बिहार में Vaccine का स्टॉक पूरी तरह खत्म, दो दिन से किसी को नहीं लगा टीका
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Corona के बढ़ते कोहराम के बीच बिहार में Vaccine का स्टॉक पूरी तरह खत्म, दो दिन से किसी को नहीं लगा टीका

Corona Vaccine: कोरोना का जिस तेजी से पूरे देश में एक बार फिर से प्रसार बढ़ा है उसने सरकारों की चिंता बढ़ा दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की चौथी लहर देश में है हालांकि इसको लेकर कई विषेषज्ञ यह भी दावा कर रहे हैं कि इससे ज्यादा परेशानी नहीं बढ़ेगी.

(फाइल फोटो)

पटना : Corona Vaccine: कोरोना का जिस तेजी से पूरे देश में एक बार फिर से प्रसार बढ़ा है उसने सरकारों की चिंता बढ़ा दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना की चौथी लहर देश में है हालांकि इसको लेकर कई विषेषज्ञ यह भी दावा कर रहे हैं कि इससे ज्यादा परेशानी नहीं बढ़ेगी. अधिकतर लोग सामान्य सर्दी, खांसी जैसा समस्याओं से जूझकर बाहर निकल जाएंगे. फिर भी राज्यों में सरकारों की हलता इसको संभालने से पहले ही खराब हो रही है क्योंकि कोरोना के मामले असमान्य रूप से बढ़ रहे हैं. ऐसे में बिहार में कोरोना के तेज प्रसार के साथ एक और चिंता लोगों को सता रही है और सरकार भी इसको लेकर परेशान है. दरअसल बिहार में कोरोना वैक्सीन का स्टॉक एकदम से समाप्त हो गया है और अभी पिछले दो दिनों से प्रदेश भर में एक भी व्यक्ति को कोरोना वैक्सीन नहीं लगी है. 

बिहार में कोविड-19 टीकाकरण लगभग ठप्प सा पड़ गया है. यहां के बारे में आ रही खबरों की मानें तो मार्च के अंत में जो कोवैक्सीन का बचाखुचा स्टॉक था वह भी खत्म हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की परेशानी इस वजह से बढ़ गई है. सीएम नीतीश कुमार ने इससे पहले बताया था कि केंद्र सरकार से और वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए रिक्वेस्ट की गई है. वहीं कोरोना वैक्सीन के लिए आंकड़े जारी करने वाले CoWIN पोर्टल पर जाएं तो पतचा चलेगा कि 8 अप्रैल को बिहार के 38 जिलों में से किसी में भी टीकाकरण केंद्र पर कोविड का टीका किसी को नहीं लगा है. 

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इसको लेकर बिहार के स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह की मानें तो पूरे प्रदेश में मार्च के अंत तक टीकाकरण चल रहा था फिर वैक्सीन का स्टॉक खत्म हो गया. इसको लेकर केंद्र सरकार को मार्च के प्रारंभ में ही पत्र लिखा गया था. जिसमें मांग की गई थी कि कॉर्बेवैक्स वैक्सीन की डोज उपलब्ध कराई जाए क्योंकि यह बूस्टर डोज के रूप में किसी को भी दिया जा सकता है. 

बिहार के स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह यह भी मान रहे हैं कि प्रदेश में ज्यादातर लोग बूस्टर डोज लेने से घबरा रहे हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह यह रही कि लोगों को लगा कि देश में कोरोना के मामले कम हुए हैं और अब कोरोना का प्रसार थम गया है. ऐसे में 2022 नवंबर में 24X7 कोरोना टीकाकरण केंद्रों को बंद कर दिया गया था. कई केंद्रों पर त 100 से भी कम लोग कोरोना वैक्सीन की डोज लेने आते थे ऐसे में उसको भी बंद कर दिया गया. 

 

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