सीएम नीतीश कुमार और केसीआर की मुलाकात को सुशील मोदी ने बताया कॉमेडी शो
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1327658

सीएम नीतीश कुमार और केसीआर की मुलाकात को सुशील मोदी ने बताया कॉमेडी शो

KCR Bihar Visit: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) बुधवार को बिहार के दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान राजधानी पटना में वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं की इस मुलाकात को लेकर सियासी गलियारे में खूब चर्चा है.

सीएम नीतीश कुमार और केसीआर की मुलाकात को सुशील मोदी ने बताया कॉमेडी शो

पटना: KCR Bihar Visit: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) बुधवार को बिहार के दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान राजधानी पटना में वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं की इस मुलाकात को लेकर सियासी गलियारे में खूब चर्चा है. इस बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि केसीआर भी लालू प्रसाद की तरह परिवारवाद और भ्रष्टाचार में डूबे हैं. उनका जनाधार खिसक रहा है. नीतीश कुमार से उनका मिलना विपक्षी एकता के कॉमेडी शो का ताजा एपीसोड होगा. 

लालू अपनी बेटी को लोकसभा नहीं भेज पाए
तेलंगाना में हाल के विधानसभा उपचुनाव में सत्तारूढ़ टीआरएस दुब्बक और हुजूराबाद दोनों जगह पराजित हुई. वहीं हैदराबाद नगर निगम के चुनाव में जहां भाजपा 4 से 48 सीट पर आया, वहीं टीआरएस 99 से घटकर 56 सीटों पर रह गई. 2019 के संसदीय चुनाव में भाजपा ने तेलंगाना की 4 सीटें जीतीं, जबकि मुख्यमंत्री केसीआर अपनी बेटी कविता को नहीं जिता पाए. 2014 में लालू प्रसाद भी अपनी बेटी को लोकसभा नहीं भेज पाए थे.

ये भी पढ़ें- Bihar Politics: तेलंगाना के सीएम केसीआर का बिहार दौरा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से करेंगे मुलाकात

विपक्षी एकता मेंढक तोलने जैसा
सुशील कुमार ने आगे कहा कि केसीआर परिवार के पांच लोग मंत्री-विधायक हैं. वे ऐसे अंधविश्वासी  हैं कि मुख्यमंत्री के रूप में कभी सचिवालय नहीं गए. ममता बनर्जी, केसीआर और नीतीश कुमार अपने-अपने राज्य में जनाधार खो चुके हैं. ये लोग भ्रष्ट और परिवारवादी दलों को साथ लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पराजित करने का सपना देख रहे हैं. विपक्षी एकता मेंढक तोलने जैसा हो गया है. विपक्ष का हर नेता खुद को पीएम मैटेरियल मान रहा है, जबकि कांग्रेस राहुल गांधी पर कोई समझौता करने को तैयार नहीं है. विपक्षी मुख्यमंत्रियों का मेलजोल दरअसल भाजपा के बढ़ते जनाधार और प्रधानमंत्री मोदी की अपार लोकप्रियता से डरे-सहमे लोगों की हताशा का परिणाम है.

Trending news