पद्मश्री पाने वाले आनंद कुमार को बिहार की जनता ने खास अंदाज में दी बधाई, नीतीश कुमार बोले..
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पद्मश्री पाने वाले आनंद कुमार को बिहार की जनता ने खास अंदाज में दी बधाई, नीतीश कुमार बोले..

आनंद कुमार को पद्मश्री सम्मान की घोषणा होते ही सोशल मीडिया पर बधाइयों का तातां लग गया है. इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पद्मश्री सम्मान पाने वाले सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार को बधाई और शुभकामनाएं दी. 

सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने भी पद्म पुरस्कार की घोषणा के बाद भावुक हो गए.

पटना: बिहार के चर्चित शिक्षण संस्थान सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार को पद्मश्री सम्मान की घोषणा होते ही सोशल मीडिया पर बधाइयों का तातां लग गया है. इसी कड़ी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पद्मश्री सम्मान पाने वाले सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार को बधाई और शुभकामनाएं दी है. 

साथ ही, नीतीश कुमार ने मधुबनी की सुभद्रा देवी और नालंदा के कपिल देव प्रसाद को कला के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्मश्री सम्मान मिलने की घोषणा पर प्रसन्नता जाहिर की है. नीतीश कुमार ने बिहार के इन तीनों हस्तियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. 

नीतीश ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, 'बिहार के मधुबनी की सुभद्रा देवी को कला के क्षेत्र में, नालंदा के कपिल देव प्रसाद को कला के क्षेत्र में तथा पटना के आनंद कुमार को शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्म श्री सम्मान मिलने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं'

सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने भी पद्म पुरस्कार की घोषणा के बाद अपने पिता को याद करते हुए एक भावुक संदेश लिखा. जिसमें उन्होने लिखा है कि 'मुझे लगा कि आसमान से मेरे पिताजी स्वर्गीय श्री राजेंद्र प्रसाद मुस्कुराते हुए मुझे देख रहें हैं और कह रहें हों कि बेटा तू अभी और आगे बढ़ मंजिल तो अभी बहुत ही दूर है और अपने अंतिम सास तक कुछ ऐसा प्रयास कर ताकि किसी भी बच्चे की पढाई पैसे के अभाव में नहीं छूटे.

वहीं, एक दूसरे यूजर ने आनंद कुमार को बधाई देते हुए लिखा कि 'कुर्सी, प्रतिष्ठा और पैसा कुछ लोगों के व्यक्तित्व में कभी असर नहीं करता. सुपर 30 के संस्थापक आनन्द कुमार ऐसे ही विरले व्यक्ति हैं. बिहार ही नहीं पूरे मुल्क के आप गौरव पुरुष हैं. पद्मश्री की सूची में आपका नाम हर्षित करने वाला है. हार्दिक बधाई.'

बता दें कि आनंद कुमार गणित के मेधावी छात्र थे, लेकिन परिवार की आर्थिक परिस्थितियों के कारण वह अवसर होने के बाद भी विदेश में पढ़ने नहीं जा सके. इसके बाद उन्होने एक कोचिंग सेंटर 'सुपर 30' खोला और गरीब बच्चों को IIT-JEE की तैयारी करवाने लगे. इस कोचिंग सेंटर में हर साल ऐसे 30 बच्चे जो गरीब घर के हो और पढ़ने में मेधावी हो उनका चयन किया जाता है, देश के कोने-कोने से बच्चे यहां पढ़ने आते हैं. 

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