बैंक मैनेजर ऋणधारियों का 20 लाख रुपये लेकर हुआ चंपत, जानें क्या है पूरा मामला
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बैंक मैनेजर ऋणधारियों का 20 लाख रुपये लेकर हुआ चंपत, जानें क्या है पूरा मामला

नवादा के एक बैंक में लगभग 20 लाख रुपये गबन का मामला सामने आया है. गबन का आरोप बैंक के मैनेजर पर लगा है, जिसके बाद से वो फरार हैं. यह मामला नगर थाना रोड स्थित इंडसइंड बैंक (IndusInd bank) का है. बताया जा रहा है कि इंडसइंड बैंक से लगभग 20 लोगों ने लोन पर वाहन लिया था.

 (फाइल फोटो)

Nawada: नवादा के एक बैंक में लगभग 20 लाख रुपये गबन का मामला सामने आया है. गबन का आरोप बैंक के मैनेजर पर लगा है, जिसके बाद से वो फरार हैं. यह मामला नगर थाना रोड स्थित इंडसइंड बैंक (IndusInd bank) का है. बताया जा रहा है कि इंडसइंड बैंक से लगभग 20 लोगों ने लोन पर वाहन लिया था. जिसके बाद ऋणधारियों ने कई किस्तो में बकाया राशि जमा कर दिया. बकाया राशि जमा करने के बाद जब बैंक से NOC की मांग की गई तो बैंक मैनेजर द्वारा कहा गया कि दो-चार दिनों में NOC दे देंगे. कुछ दिन बाद ऋणधारी NOC लेने के लिए बैंक आए तो पता चला कि बैंक मैनेजर सभी का पैसा लेकर फरार हो गया है और पुनः सभी ऋणधारी से रुपए जमा करने का दबाव बैंक में आए नए मैनेजर के द्वारा बनाया जा रहा है

जानें क्या है पूरा मामला

ऋणधारी राहुल कुमार ने बताया कि इंडसइंड बैंक से लोन पर 3 लाख 75 हजार रुपए का एक गाड़ी खरीदे थे. जिसमें 2 लाख 95 हजार बैंक में जमा कर दिए. मुझे पता चला कि सिर्फ 95 हजार रुपए मेरे लोन में जमा हुआ है और 2 लाख रुपये बैंक मैनेजर रवि गुप्ता लेकर फरार हो गया है. उन्होंने बताया कि जब इस संबंध में बैंक के अधिकारी से पता किए तो जानकारी मिली की बैंक मैनेजर रवि गुप्ता निजी खाते में हम लोगों से रुपए जमा करा लिया और फर्जी रसीद बनाकर दे दिया है. अब नौबत यह आ गई है कि लोन वाले हम लोगों की गाड़ी को पकड़ रहे हैं.

इसी तरह संतोष सिंह से 40 हजार, रामजी यादव से 22 हजार और श्यामसुंदर चौधरी से 54 हजार सहित लगभग 20 ऋण धारियों से बैंक मैनेजर निजी खाते में रुपए मंगाकर फर्जीवाड़ा कर फरार हो गए हैं. इस प्रकार लगभग 20 लाख रुपए का गबन का आरोप बैंक मैनेजर पर लगा है.

दर्ज की प्राथमिकी

इंडसइंड बैंक के लीगल मैनेजर अभिषेक कुमार ने बताया कि ऋणधारियों की शिकायत के बाद मुझे पटना से जांच के लिए भेजा गया है. मामले की शुरुआती जांच में पता चल रहा है कि बैंक मैनेजर रवि गुप्ता द्वारा निजी खाते में सभी ऋणधारियों से रुपए मंगा लिया गया और उन्हें फ़र्जी रसीद थमा दिया गया. अभी मेरे पास लगभग 20 आवेदन प्राप्त हुए हैं. वही लेकिन मैनेजर ने यह भी बताया कि अभी कितने लोग ओर उनका आवेदन आने पर जांच किया जाएगा फिलहाल बैंक मैनेजर फरार है. जांच के बाद गबन करने वाले बैंक मैनेजर के खिलाफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी.

(इनपुट: यसवंत सिन्हा)

 

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