PM Modi Speech At Red Fort: लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नालंदा विश्वविद्यालय को पुर्नजीवित, पुर्नजाग्रत करने की बात कही. इससे पहले नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन करते समय पीएम मोदी ने कहा था कि आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं.
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PM Modi On Nalanda University: देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 11वीं बार लाल किले पर तिरंगा फहराया. लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के गौरवशाली इतिहास को याद किया और विकसित भारत का रोडमैप देश के सामने रखा. पीएम मोदी ने इस बिहार की नालंदा यूनिवर्सिटी का भी जिक्र किया. लालकिले से पीएम मोदी ने कहा कि हम ज्ञान की परंपरा को आगे बढाएंगे. प्रधानमंत्री ने नालंदा विश्वविद्यालय को पुर्नजीवित, पुर्नजाग्रत करने की बात कही. बता दें कि पीएम मोदी ने इसी साल जून महीने में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन किया था. तब उन्होंने यहां के 1600 साल पुराने खंडहरों का भी दौरा किया था.
उस समय पीएम मोदी ने कहा था कि आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं. उन्होंने यह भी कहा था कि नालंदा केवल भारत के अतीत का ही पुनर्जागरण नहीं है, इसमें भारत ही नहीं एशिया के कितने देशों की विरासत जुड़ी है. पीएम ने कहा था कि नालंदा केवल एक नाम नहीं है. नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है. नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है. नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं. पीएम ने कहा था कि नालंदा केवल भारत के अतीत का ही पुनर्जागरण नहीं है, इसमें भारत ही नहीं एशिया के कितने देशों की विरासत जुड़ी है.
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बता दें कि नालंदा विश्वविद्यालय को करीब 800 साल पहले आक्रमणकारियों ने जला दिया था अब एक बार फिर से इसको पुराने स्वरूप में लाने का प्रयास किया जा रहा है. वहीं पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से सेकुलर सिविल कोड को देश की जरूरत बताया. पीएम मोदी ने कहा कि वो कानून जो देश को धर्म के नाम पर बांटते हैं उन्हें दूर किया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि देश में एक सेकुलर सिविल कोड की जरूरत है और गलत कानूनों का आधुनिक समाज में कोई जगह नहीं है. पीएम ने कहा कि अब हमें एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की आवश्यकता है.