Rajgir Railway Station: बख्तियारपुर से तिलैया तक 98 किलोमीटर लंबे रेलखंड को रेलवे ने दोहरीकरण का सौगात दिया है. इस परियोजना को पूरा करने के लिए रेलवे ने 2400 करोड़ रुपये की लागत को स्वीकृत प्रदान कर दी है.
भारतीय रेलवे बोर्ड के जनरल सेफ्टी डायरेक्टर हरिशंकर वर्मा ने अपने राजगीर दौरे के दौरान परियोजनाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने बख्तियारपुर से तिलैया तक 98 किलोमीटर लंबे रेलखंड को रेलवे ने दोहरीकरण किए जाने की जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि दोहरीकरण के साथ-साथ राजगीर रेलवे स्टेशन को भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया जाएगा. इस परियोजना के पूरा होने के बाद राजगीर रेलखंड पर यात्रा करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी.
राजगीर रेलवे स्टेशन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का रूप देने के लिए विशेष योजनाएं बनाई गई हैं. स्टेशन पर आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ यात्रियों के आराम और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन तैयार किए जा रहे हैं.
हरिशंकर वर्मा ने बताया कि नई इमारतें, वेटिंग रूम, डिजिटल डिस्प्ले और प्लेटफॉर्म पर छायादार व्यवस्था जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. इस महत्वाकांक्षी परियोजना को तीन साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
उन्होंने बताया कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद राजगीर रेलखंड पर तीन नई ट्रेनों को जोड़ा जाएगा. इससे यात्रियों को और अधिक सुविधा मिलेगी और उनके यात्रा अनुभव को सुगम बनाया जा सकेगा. इसके संबंध में सर्वे का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है.
बता दें कि वर्तमान समय में राजगीर स्टेशन पर एकमात्र पीट लाइन है. एकल रेल लाइन होने के कारण ट्रेन संचालन में देरी और तकनीकी समस्याएं सामने आती हैं. इसे देखते हुए जल्द ही एक और पीट लाइन का निर्माण किया जाएगा.
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