बाल मजदूरी का यह वीडियो संविधान निर्माण दिवस पर ग्रामीणों ने बाल मजदूरी का विडियो बना कर वायरल किया है. विडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि छठी-सातवी, आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले अभिषेक कुमार गुप्ता के साथ बच्चे फावड़े से बालू उठा रहे हैं.
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बगहाः संविधान निर्माण दिवस के इस खास दिन एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जो न सिर्फ, देश-समाज की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला है, बल्कि संविधान की आत्मा को भी चोटिल करता है. बगहा के गण्डक दियारा के भितहा प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय बैरटवा के ये वीडियो बिहार की शिक्षा पद्धति की असलियत बताने के लिए काफी है. यहां स्कूल मरम्मती कार्य के दौरान प्रधानाध्यापक की उपस्थिति में विद्यालय में पढ़ने वाले नाबालिग बच्चों से बालू ढुलाई कराई जा रही है. वीडियो में बच्चे बालू ढोते नजर आ रहे हैं.
ग्रामीणों ने वायरल किया वीडियो
दरअसल बाल मजदूरी का यह वीडियो संविधान निर्माण दिवस पर ग्रामीणों ने बाल मजदूरी का विडियो बना कर वायरल किया है. विडियो में साफ तौर पर दिख रहा है कि छठी-सातवी, आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले अभिषेक कुमार गुप्ता के साथ बच्चे फावड़े से बालू उठा रहे हैं. बाकी छोटे-छोटे बच्चे उस बालू को उठाकर अंदर कमरे में ले जा रहे हैं. ताज्जुब की बात है कि इस दौरान प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षक महोदय वहीं कुर्सी लगा कर बैठे हैं. जिन बच्चों को अभिभावक विद्यालय में पढ़ने के लिए भेजते हैं, विद्यालय में उन बच्चों से मजदूरों का कार्य करवाना चिंता का विषय है.
प्रधानाध्यापक ने दी सफाई
इस संबंध में पूछे जाने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक हरेंद्र बैठा ने वायरल विडियो की सच्चाई से इंकार तो नहीं किया पर उन्होंने कहा कि लंच का समय था और बच्चे खेल रहे थे. मैंने बच्चों को बालू ढोने से मना किया पर वे खेल खेल में सीढ़ी के पास पड़े बालू को उठाने लगे. वहीं इस संबंध में भितहा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी. बता दें कि भितहा के बैरटवा सरकारी स्कूल में पठन पाठन के दौरान नाबालिग बच्चों के बाल मजदूरी का वीडियो सोशल साइट्स पर वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग की खूब किरकिरी हो रही है, लिहाजा अब जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया जा रहा है, लेकिन कोई भी शिक्षक या अधिकारी कैमरे के सामने आकर बोलना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं.