बिहार: 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए खुलेगा वाल्मीकि टाईगर रिजर्व, तैयारियां शुरू
Advertisement

बिहार: 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए खुलेगा वाल्मीकि टाईगर रिजर्व, तैयारियां शुरू

Bihar News,Valmiki Tiger Reserve: मॉनसून सत्र यानी बरसात के बाद वन विभाग एक बार फिर से राज्य में पर्यटन सेवाओं को शुरू करने के लिए जोर शोर से तैयारियों में जुट गया है. आगामी 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए जंगल सफारी और वोटिंग का आगाज होगा.

बिहार: 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए खुलेगा वाल्मीकि टाईगर रिजर्व, तैयारियां शुरू

बगहा: Bihar News,Valmiki Tiger Reserve: मॉनसून सत्र यानी बरसात के बाद वन विभाग एक बार फिर से राज्य में पर्यटन सेवाओं को शुरू करने के लिए जोर शोर से तैयारियों में जुट गया है. आगामी 1 नवंबर से पर्यटकों के लिए जंगल सफारी और वोटिंग का आगाज होगा. लिहाजा जंगल सफारी मार्ग को दुरुस्त किया जा रहा है और साथ हीं व्यू स्ट्रिप भी तैयार किये जा रहे हैं ताकि जंगल सफारी का लुफ्त उठाने आने वाले पर्यटकों को वन्य जीवों का आसानी से दीदार हो सके और उन्हें मायूस होकर न लौटना पड़े.

लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं
सबसे बड़ी बात है कि इस बार मेहमान गैंडों के अलावा नेपाली हाथियों का भी सैलानी दीदार कर सकेंगें जो आसानी से जंगल मे विचरण करते आपको दिख जाएंगे. बताया जा रहा है कि प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक बिहार के एकमात्र वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पर्यटन स्थल का भ्रमण करने पहुंचते हैं और उनकी हसरत होती है कि वे जंगल सफारी के दौरान बाघ, तेंदुआ, जंगली भैंस यानी गौर, हिरन व भालू समेत अन्य पशु पक्षियों को एक नजर सामने से देख सकें व पुरी तरह से एडवेंचर का मजा ले सकें .

6 महीने बाद खूल रहा
यही वजह है कि तकरीबन 6 माह बाद एक बार फिर पर्यटकों को आकर्षित करने और उनकी संख्या को बढ़ाने के उद्देश्य से वन विभाग तेजी से तैयारियों को अमली जामा पहना रहा है. इसके तहत जंगल सफारी वाले क्षतिग्रस्त मार्ग को दुरुस्त कराया जा रहा है. इसके साथ ही जंगल व नदी किनारे उग आए झाड़ियों को काटा जा रहा है साफ़ सफ़ाई की जा रही है ताकि जानवर सामने से दिख सकें. बता दें कि जल, जंगल और पहाड़ से घिरे वाल्मीकिनगर में नेपाल, यूपी और बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से पर्यटक भारी संख्या में पहुंचते हैं और यहां के प्राचीन व ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों का भ्रमण करने के उपरांत विटीआर में जंगल सफारी, गण्डक नदी में बोटिंग, कौलेश्वर झूला, के साथ साथ कैनोपी वॉक का आनंद उठाते हैं. वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के ठहरने और उनके भोजन की उत्तम व्यवस्था है और यहां सभी पर्यटन सेवाओं की बुकिंग ऑनलाइन ही होती है. ऐसे में आसपास के पर्यटकों का सीजन और गैर सीजन में आना आम बात होता है क्योंकि रमणीय नजारों के दीदार को लोग यहां खींचे चले आते हैं .

इनपुट- इमरान अजीज

ये भी पढ़ें- Eyes Color Facts: ऐसी आंखों वाले लोग होते हैं भाग्य के धनी, रंग से जाने व्यक्ति का स्वभाव

Trending news