Bihar NDA: पशुपति रहेंगे या जाएंगे, सुलझने के बजाय उलझती जा रही सीट शेयरिंग की समस्या
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Bihar NDA: पशुपति रहेंगे या जाएंगे, सुलझने के बजाय उलझती जा रही सीट शेयरिंग की समस्या

Lok Sabha Election 2024: बीजेपी की ओर से चिराग पासवान को ज्यादा तवज्जो मिलने से पशुपति पारस नाराज हो गए हैं. उन्होंने तो बकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एनडीए को अपने बगावती तेवर भी दिखा दिए हैं. 

पशुपति पारस

Bihar Politics: बिहार एनडीए में केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस के भविष्य को लेकर संस्पेंस गहराता जा रहा है. दरअसल, बीजेपी ने जब से चिराग पासवान को मनाया है, तो उनके चाचा पशुपति कुमार पारस नाराज हो गए हैं. बता दें कि सीटों के बंटवारे को लेकर पहले चिराग पासवान नाराज हुए थे. उन्होंने हाजीपुर सहित 6 सीटों की मांग रखी थी. सेम डिमांड पशुपति ने भी की थी. वह हाजीपुर से सांसद हैं, लिहाजा उस सीट को छोड़ने को तैयार नहीं हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी ने चिराग को ज्यादा तवज्जो देते हुए उनकी शर्तों को मान लिया है. वहीं जानकारी के मुताबिक, पारस को राज्यपाल बनाने का ऑफर दिया गया था लेकिन उन्होंने यह ऑफर भी ठुकराया दिया है. इससे संकट गहरा गया है. 

पशुपति पारस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके एनडीए को अपने बगावती तेवर भी दिखा दिए हैं. उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बहुत सम्मान करता हूं. मैं एनडीए का बहुत छोटा सा हिस्सा हूं और साल 2014 से हम बहुत ईमानदारी से साथ देते आ रहे हैं, लेकिन हमारे साथ न्याय नहीं हुआ है. केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान साफ कहा कि अगर हमें तरजीह नहीं दी जाती है तो हम कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं. हमारे सामने विकल्प खुला है. पारस ने कहा कि मैं बीजेपी की आधिकारिक लिस्ट का इंतजार कर रहा हूं और इसके बाद ही कोई फैसला लूंगा, लेकिन इतना तय है कि मैं हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव अवश्य लडूंगा.

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एनडीए से नाराज होने पर पशुपति पारस को महागठबंधन से ऑफर आ रहे हैं. बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने पारस को महागठबंधन में आने का निमंत्रण दिया है. उन्होंने कहा कि अगर पशुपति पारस हमारे साथ हाथ मिलाना चाहें, तो उनका स्वागत है. वामदलों के नेताओं ने भी कुछ इसी तरह का ऑफर दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, तेजस्वी की ओर से भी इस तरह की कोशिश की जा सकती है. हालांकि, अभी महागठबंधन में भी सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है. यहां भी 'एक अनार-सौ बीमार' जैसी स्थिति है. 

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दूसरी ओर जब से चिराग का पलड़ा भारी हुआ तो पारस खेमे में भगदड़ शुरू हो गई है. पारस गुट के वैशाली से सांसद वीणा देवी और खगड़िया से सांसद महबूब अली कैसर दोनों ही अब चिराग के साथ खड़े हो गए हैं. अब पारस की पार्टी के प्रदेश महासचिव शक्ति पासवान ने भी साथ छोड़ दिया है. शक्ति पासवान संग कई नेताओं ने रविवार (7 मार्च) को हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा का दामन थाम लिया है. नीतीश सरकार में मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन ने सभी को अपनी पार्टी की सदस्यता दिलाई. 

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