Kaimur News: बिहार की नीतीश सरकार सभी गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है. जिसके लिए लाखों करोड़ों रुपए का फंड सड़कों के निर्माण में सरकार स्तर से जारी किया जाता है. लेकिन विभाग के पदाधिकारी के उदासीनता के कारण सड़क बनाते समय मॉनिटरिंग नहीं की जाती है.
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कैमूरः Kaimur News: बिहार की नीतीश सरकार सभी गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने की कवायद शुरू कर दी है. जिसके लिए लाखों करोड़ों रुपए का फंड सड़कों के निर्माण में सरकार स्तर से जारी किया जाता है. लेकिन विभाग के पदाधिकारी के उदासीनता के कारण सड़क बनाते समय मॉनिटरिंग नहीं की जाती है. जिससे सड़क गुणवत्ता विहीन बनाए जाने से जहां तहां बनने के साथ ही उखड़ने लगती है और फिर गड्ढे में वहां घुसकर सड़कों पर भीषण जाम लग जाता है.
पूरा मामला कैमूर जिले के कुदरा प्रखंड क्षेत्र के लालपुर से चिलबिली को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण महज डेढ़ से दो माह पूर्व किया गया था. निर्माण के समय ही ग्रामीणों ने गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाया था. पदाधिकारी उस समय ग्रामीणों की बातों पर ध्यान नहीं दिये. जिसका नतीजा रहा ये की पूरी सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है और इन गढो में गाड़ियां फंस जा रही है और जाम लग जाता है. जाम भी ऐसा कि अगर किसी भी गर्भवती महिला को अस्पताल इस रास्ते से पहुंचाना पड़े तो महिला की डिलीवरी एंबुलेंस में ही हो जाए.
ग्रामीण अशोक सिंह बताते हैं कि लालपुर परसथुआ पथ से चिलबिली एनएच 2 को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण 2 माह पहले किया गया था. सड़क निर्माण के समय ना तो विभाग के एसडीओ ना जेई यहां पर देखने आए हैं कि किस गुणवत्ता से बनाई जा रही है. जिसका नतीजा रहा कि सड़क बनने के साथ ही टूटने लगी. जब इस पर गाड़ियां दौड़ना शुरू हुई तो सड़क जगह-जगह से धंस गई और गाड़ी जिसमें फंसने लगी. सड़क निर्माण विभाग के पदाधिकारी कमीशन लेकर अपने ऑफिस में बैठे रहते हैं. उनके नजरअंदाजी का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
ग्रामीण गोविंद कुमार ने बताया कि यह सड़क मुख्य शहर से बाईपास के रूप में बनाया गया है. लेकिन सड़क बनने के साथ ही उखड़ने लगी थी. जब गाड़ी चल रही है तो सड़क टूट कर फैल रही है और गड्ढे में गाड़ियां फंस गई है. जिससे जाम लग गया है, काफी परेशानी हो रही है.
ग्रामीण वासुदेव ने बताया कि पिछले 2 घंटे से यहां जाम लगा हुआ है. हर बार जाम लग जाता है, कोई प्रशासन देखने नहीं आता. जाम भी ऐसा की एंबुलेंस तक निकलना मुश्किल है. चाहते हैं कि सड़क को अच्छी तरीके से बनाया जाए.
इनपुट- मुकुल जायसवाल