Kaimur News: लोग अब चांद पर भी जाने लगे है लेकिन बिहार के कैमूर जिले के एक गांव में अब तक मोबाइल का नेटवर्क ही नहीं पहुंचा. इस गांव के लोग बात करने के लिए या तो 2 किलोमीटर पूरब या फिर पश्चिम की ओर जाते है. इस गांव में नेटवर्क पहुंच तो गया है लेकिन काम ही नहीं करता है.
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कैमूरः Kaimur News: आज देश आधुनिकीकरण की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. लोग चांद पर जा रहे हैं लेकिन कैमूर जिले के रामपुर प्रखंड का भीतरी बांध ऐसा गांव है. जहां आजादी से लेकर आज तक मोबाइल का नेटवर्क काम ही नहीं करता है. लोगों को अगर बात करनी होगी तो वह अपने गांव से 2 किलोमीटर की दूरी पूरब या 2 किलोमीटर की दूरी पश्चिम जाएंगे तो फोन काम करना शुरू कर देगा. लेकिन अपने गांव में या घर में आ जाएंगे तो नेटवर्क काम ही नहीं करता है.
कहा जाए तो इनसे दूसरा कोई संपर्क गांव में रहते कर नहीं सकता और जब यह चाहे तो दूसरे लोगों से संपर्क कर सकते हैं. स्थानीय ग्रामीण सांसद से लेकर विधायक तक सभी के यहां गुहार लगा चुके हैं लेकिन किसी ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया. भीतरी बांध पंचायत है, यहां पंचायत भवन भी है. लेकिन नेटवर्क काम नहीं करने से पंचायत भवन का भी कार्य बाधित है.
ग्रामीण रामाश्रय सिंह यादव बताते हैं कि यह रामपुर प्रखंड का भीतरी बांध गांव है. यहां 600 घरों का बस्ती है. हर घर में प्रत्येक व्यक्ति के पास मोबाइल फोन है, लेकिन किसी भी कंपनी का नेटवर्क हमारे गांव तक नहीं पहुंच पाता है. अगर किसी की तबीयत खराब हो जाए तो गांव से 3 किलोमीटर पूरब या 3 किलोमीटर पश्चिम जाने के बाद ही टावर काम करेगा तो सूचना दिला पाएगा. अगर कोई रिश्तेदार हमसे संपर्क करना चाहे तो वह कर नहीं सकते हैं. लेकिन हमको करना होगा तो अपने गांव से दूर जाएंगे तो फिर संपर्क कर सकते हैं.
ग्रामीणों ने आगे बताया कि कितने रिश्तेदार संपर्क करने का प्रयास करते हैं लेकिन हो ही नहीं पता है. हमारे गांव के आस-पास पहाड़ी जगह है. हमने कोई विकास नेटवर्क के क्षेत्र में नहीं देखा है. हमने अपने सांसद छेदी पासवान जब सांसद थे तो उनसे कहा गया जो भी विधायक रहे सबसे कहा गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. हम लोग चाहते हैं जल्द से जल्द किसी भी कंपनी का टावर यहां लगे कि हम लोग को इसका लाभ मिल सके.
वहीं ग्रामीण धनजी शाह बताते हैं यह भीतरी बांध गांव है. यहां मोबाइल का नेटवर्क काम नहीं करता है. गांव पहाड़ के किनारे मैदानी इलाके में है. कुछ दूर जाते हैं तो टावर काम करने लगता है. लेकिन हम लोगों के गांव में टावर काम नहीं करता है। यह पंचायत भी है और काम नहीं करने से पंचायत का भी काम बाधित रहता है।
इनपुट- मुकुल जायसवाल
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