बाबूलाल मरांडी के राजनीति सलाहकार यौन शोषण व बाल श्रम के आरोप में गिरफ्तार, जमानत याचिका खारिज
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बाबूलाल मरांडी के राजनीति सलाहकार यौन शोषण व बाल श्रम के आरोप में गिरफ्तार, जमानत याचिका खारिज

रविन्द्र राय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'आने वाले समय मे जेएमएम और कांग्रेस को इसका राजनीतिक खमियाजा उठाना पड़ेगा. हम ऐसे आरोप की निष्पक्ष जांच की उम्मीद करते हैं पर वर्तमान प्रशासन की जांच पर हमें भरोसा नहीं, प्रशासन इसकी एजेंसी से निष्पक्ष जांच करवाएं.'

झारखंड में यौन शोषण और बाल श्रम का आरोपी गिरफ्तार. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Ranchi: झारखंड के इटावा से यौन शोषण और बाल श्रम के आरोप में रांची पुलिस ने आरोपी सुनील तिवारी को गिरफ्तार किया है. जानकारी के अनुसार, 16 अगस्त को सुनील तिवारी के खिलाफ अरगोड़ा थाने में यौन उत्पीड़न और बाल श्रम को लेकर मामला दर्ज कराया गया था. मामला दर्ज किए जाने के बाद आरोपी की तरफ से कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की गई थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था और तब से पुलिस लगातार आरोपी को ढूंढ रही थी. इसे लेकर अलग-अलग तीन टीमें भी बनाई गई थी.

गिरफ्तारी के बाद बीजेपी (BJP) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र राय ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'आने वाले समय मे जेएमएम (JMM) और कांग्रेस (Congress) को इसका राजनीतिक खमियाजा उठाना पड़ेगा. हम ऐसे आरोप की निष्पक्ष जांच की उम्मीद करते हैं पर वर्तमान प्रशासन की जांच पर हमें भरोसा नहीं, प्रशासन इसकी एजेंसी से निष्पक्ष जांच करवाएं.'

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प्रशासन ने बाल श्रम का मामला उठाया
उन्होंने आगे कहा, 'पुलिस ने दवाब में केस दर्ज किया है. परिवार के लोग ही आरोप लगाने वाले की सत्यता के पक्ष में नहीं हैं. पहले केस की कमजोर बुनियाद को देखते हुए प्रशासन ने बाल श्रम का मामला उठाया. इससे स्पष्ट है कि प्रशासन सुनील तिवारी को किसी भी तरीके से कानून की गिरफ्त में लाना चाहती है, जिससे उन्हें परेशान किया जा सके.'

'राजनीतिक रूप से वर्तमान हुकूमत और पूरी कैबिनट भयभीत है'
रविन्द्र राय ने कहा, 'बीजेपी में बाबूलाल मरांडी (Babulal Marandi) के आने के बाद राजनीतिक रूप से वर्तमान हुकूमत और पूरी कैबिनट भयभीत है. उन्हें अपने राजनीतिक भविष्य की चिंता सताने लगी है. बाबूलाल पर सीधे कोई आरोप नहीं बनता है तो उनकी छवि धूमिल करने के लिए उनके राजनीतिक सलाहकार के रुप में जाने जाने वाले सुनील तिवारी को केस में उलझा कर बाबूलाल की छवि को कमजोर करने का राजनीति प्रयास किया जा रहा है.'

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