Jamui Seat Profile: जमुई में अरुण भारती का अर्चना रविदास से होगा कड़ा मुकाबला, देखें यहां के सामाजिक और जातीय समीकरण
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Jamui Seat Profile: जमुई में अरुण भारती का अर्चना रविदास से होगा कड़ा मुकाबला, देखें यहां के सामाजिक और जातीय समीकरण

Jamui Lok Sabha Seat Profile: जमुई सीट से एनडीए की ओर से अरुण भारती को प्रत्याशी बनाया है. वहीं महागठबंधन की ओर से आरजेडी नेत्री अर्चना रविदास मैदान में हैं. अरुण भारती ग्रेजुएट हैं तो वहीं अर्चना रविदास पोस्ट ग्रेजुएट हैं.

जमुई लोकसभा सीट

Jamui Lok Sabha Seat Profile: बिहार जमुई सुरक्षित सीट पर लोकसभा चुनाव 2024 में दिलचस्प लड़ाई दिख सकती है. दरअसल, जब से चिराग पासवान ने तय किया है कि वह जमुई से चुनाव नहीं लड़ेंगे, तभी से यहां का मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद की जा रही है. चिराग ने इस बार जमुई से अपने जीजा अरुण भारती को प्रत्याशी बनाया है. अरुण भारती ग्रेजुएट है और उनकी पढ़ाई लिखाई लंदन से हुई है. इनकी मां डॉक्टर ज्योति बिहार में कांग्रेस की बड़ी नेता रही हैं. वो विधायक, विधान पार्षद के साथ ही बिहार सरकार में मंत्री रह चुकी हैं. वहीं आरजेडी ने जमुई से अर्चना रविदास को प्रत्याशी बनाया है. अर्चना रविदास भी पोस्ट ग्रेजुएट है और उसकी पढ़ाई लिखाई जमुई से ही हुई है.  

राजद की ओर से अब स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा उठाया जा रहा है. महागठबंधन की प्रत्याशी अर्चना की ओर से एनडीए प्रत्याशी पर बाहरी होने का आरोप लगाया जा रहा है. अर्चना अपनी हर जनसभा में कह रही हैं कि जमुई लोकसभा में हमेशा से बाहरी लोगों के द्वारा चुनाव जीत कर जमुई की जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया जाता है. जबकि मैं जमुई की बेटी हूं, बेटी होने के नाते जमुई की जनता हमारे घर के लोग हैं. बेटी ही अपने परिवार के लोगों का दर्द भी समझ सकती है और उसका निदान कर सकती है. बाहरी ऐसा नहीं कर सकता है. 

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जमुई सीट का राजनीतिक इतिहास

वर्तमान जमुई लोकसभा का स्वरूप नए परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व में आया. यहां का पहला लोकसभा चुनाव 2009 में हुआ, तब जेडीयू के भूदेव चौधरी जीते. चिराग पासवान की इंट्री 2014 के लोकसभा चुनाव में हुई. पहली बार चुनाव लड़े चिराग पासवान ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में आरजेडी के सुधांशु भास्कर को लगभग 85 हजार मतों से परास्त किया. 2019 में चिराग पासवान को पोलिंग वोट के 55.76% प्रतिशत आया. इनके प्रतिद्वंदी तब रालोसपा के भूदेवचौधरी को दो लाख से जायदा मतों से हराया था.जमुई लोकसभा के अंदर छह विधान सभा सीटें आती हैं. ये हैं शेखपुरा, सिकंदरा, जमुई, चकाई, झाझा और तारापुर. इन छह विधान सभा क्षेत्रों की दलीय स्थिति यह है कि छह विधान सभा में पांच में एनडीए का कब्जा है. शेखपुरा विधान सभा एक मात्र है जहां से राजद के विजय सम्राट ने जदयू के रणधीर कुमार सोनी को छह हजार से ज्यादा मतों से परास्त किया.सिकंदरा विधान सभा से हम के उम्मीदवार प्रफुल्ल मांझी ने कांग्रेस के उम्मीदवार सुधीर कुमार को पांच हजार से ज्यादा मतों से हराया. चकाई से निर्दलीय विधायक सुमित कुमार ने राजद के उम्मीदवार सावित्री देवी को मात्र 581 मत से हराया. 

झाझा से जदयू के दामोदर रावत ने राजद के राजेंद्र यादव को मात्र 1679 मतों से हराया. तारापुर विधान सभा से जदयू के राजीव सिंह ने राजद के अरुण कुमार को 3852 मतों से पराजित किया.केवल जमुई विधान सभा सीट ही है, जहां से भाजपा की उम्मीदवार श्रेयसी सिंह ने राजद के विजय प्रकाश को भारी मतों के अंतर से हराया. श्रेयसी को 79603 मत मिले जबकि राजद के विजय प्रकाश को 41049 मत मिले. श्रेयसी सिंह ने 41 हजार से ज्यादा मतों से राजद के विजय प्रकाश को हराया. सीटिंग विधायकों के स्तर पर तो एनडीए के उम्मीदवार अच्छी स्थिति में है.वैसे तो जमुई को लेकर यह साफ है कि मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन होने जा रहा है. 

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एनडीए-महागठबंधन में कॉमन बात

एक कॉमन बात यह है कि राजद की उम्मीदवार अर्चना रविदास भी पहली बार लोकसभा चुनाव में उतरेंगी और लोजपा (रामविलास) के उम्मीदवार डॉ. अरुण भारती भी पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. एक फर्क है कि अरुण भारती को चिराग पासवान की ओर से मेहनत से बनाई जमीन मिली जबकि राजद की उम्मीदवार अर्चना रविदास अपना आधार बना रही है. वही जमुई लोकसभा मैं यादव वोट सबसे अधिक है और निर्णायक की भूमिका में है. वहीं रविदास जाति की वोट की अगर बात किया जाए तो पूरे लोकसभा में 1लाख 70हज़ार है, जबकि मुस्लिम वोटर 1लाख के आसपास है. वहीं राजपूत वोटरों की अगर बात किया जाए तो 2लाख के आसपास है. लेकिन राजपूत वोटर इस बार चिराग पासवान को उम्मीदवार नहीं होने के कारण इंडिया गठबंधन की ओर टूट कर आ सकता है. और और बक्सर बिहार के पूर्व कृषि मंत्री और राजपूत समाज के कद्दावर नेता और वर्तमान मंत्री सुमित सिंह के भाई अजय प्रताप राजद में शामिल हुए हैं. जिस भी राष्ट्रीय जनता दल को राजपूत वोटो की संख्या में इजाफा होगा. 

कुल मिलाकर देखा जाए तो जमुई लोकसभा में इंडिया गठबंधन और एनडीए में कांटे की टक्कर होने वाली है. अब देखना यह होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर काम आएगी या फिर तेजस्वी यादव के 17 साल बना 17 महीने के कार्य और नौकरी के वादे.

जमुई लोकसभा सीट में कुल मतदाता - 19,05,487 
पुरुष मतदाता - 9,96,246 और महिला वोटर - 9,09,190

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वोटरों का जातिगत आंकड़ा

  • यादव - 3 लाख
  • राजपूत - 2 लाख
  • वैश्य - डेढ़ लाख
  • अतिपिछड़ा - डेढ़ लाख

जातियों का वोट प्रतिशत (%)

  • ओबीसी- 30
  • ईबीसी- 10
  • सामान्य- 25
  • मुस्लिम- 5
  • एससी- 20
  • एसटी - 10

रिपोर्ट- प्रिंस राज सूरज

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