जहानाबाद में हुआ दो दिवसीय वंडर केव संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन, 9 राज्यों से आएं कलाकारों ने पेश की रंगारंग प्रस्तुति
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जहानाबाद में हुआ दो दिवसीय वंडर केव संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन, 9 राज्यों से आएं कलाकारों ने पेश की रंगारंग प्रस्तुति

 विश्व धरोहर के प्रति लोगों जागरूक करने के उद्देश्य से जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड स्थित वाणावर की वादियों में कला संस्कृति भारत सरकार मंत्रालय Ezcc की ओर से दो दिवसीय वंडर केव संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

जहानाबाद में हुआ दो दिवसीय वंडर केव संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन, 9 राज्यों से आएं कलाकारों ने पेश की रंगारंग प्रस्तुति

जहानाबाद: विश्व धरोहर के प्रति लोगों जागरूक करने के उद्देश्य से जहानाबाद जिले के मखदुमपुर प्रखंड स्थित वाणावर की वादियों में कला संस्कृति भारत सरकार मंत्रालय Ezcc की ओर से दो दिवसीय वंडर केव संस्कृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, जहानाबाद विधायक सुदय यादव, मखदुमपुर विधायक सतीश कुमार और डीएम रिची पांडेय ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.

 

इस मौके पर अलग-अलग नौ राज्यो से आएं कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति पेश की. झांकियों के द्वारा भारत के सांस्कृति को दिखाने की कोशिश की गई. इस मौके पर सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि यह सुखद कार्यक्रम है और इसके लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद देता हूँ, बराबर पहाड़ के वादियों में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. हमलोग प्रयासरत है कि जल्द से जल्द बराबर पहाड़ को विश्व के मानचित्रों में शामिल किया जाए. 

मखदुमपुर विधायक सतीश कुमार ने कहा कि मखदुमपुर में विश्व की सबसे पुरानी मानव निर्मित गुफा है मौजूद लेकिन जिस तरह से विकास होना चाहिए था वो नहीं हो पाया. हमलोग चाहते है कि इस बराबर पहाड़ को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया जाए. उसके लिए ये कार्यक्रम पहला कदम है. ये सुखद है कि भारत सरकार के मंत्रालय द्वारा इस जगह को भी चुना गया. इस तरह का कार्यक्रम कर लोगो इस धरोहर के बारे में लोगो को जागरूक किया जाएगा. 

इधर, डीएम रिची पांडेय ने बताया कि Ezcc और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय वंडर केव कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसका मुख्य उद्देश्य है कि बराबर के नागार्जुन केव का व्यापक रूप से प्रचार प्रसार करना. इस कार्यक्रम में उड़ीसा, बंगाल और असम सहित विभिन्न नौ राज्यों के कलाकार अपने अपने कला का प्रदर्शन करेंगे साथ ही इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के कलचलर प्रोग्राम भी किये जा रहे है.

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