गया के छात्रों ने अंतरिक्ष में खोज निकाला एस्टेरॉयड, आईएएससी ने बनाई थी टीम
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गया के छात्रों ने अंतरिक्ष में खोज निकाला एस्टेरॉयड, आईएएससी ने बनाई थी टीम

इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलैबोरेशन (आईएएससी ) के तहत पूरे विश्व में 220 लोगों की टीम बनाई जाती है. साथ ही गया के तीन छात्रों समेत पांच बच्चे और शिक्षक देवेंद्र सिंह को टीम सप्तऋषि इंडिया में शामिल किया गया था.

गया के छात्रों ने अंतरिक्ष में खोज निकाला एस्टेरॉयड, आईएएससी ने बनाई थी टीम

गया: गया में सरकारी स्कूल के छात्रों ने एक ऐसा कमाल कर दिखाया है, जिसकी सराहना नासा के साइंटिस्ट कर रहे हैं. दरअसल, गया के छात्रों ने अंतिरक्ष में चार एस्टेरॉयड की खोज की है. फाइनल राउंड में इसका सिलेक्शन कर लिया गया है. साथ ही सप्तऋषि इंडिया ने गया जिले के कुल पांच बच्चों को अपनी में शामिल किया है.

जानें क्या है पूरा मामला
बता दें कि इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलैबोरेशन (आईएएससी ) के तहत पूरे विश्व में 220 लोगों की टीम बनाई जाती है. साथ ही गया के तीन छात्रों समेत पांच बच्चे और शिक्षक देवेंद्र सिंह को टीम सप्तऋषि इंडिया में शामिल किया गया था. इस पूरे प्रकरण में सरकारी स्कूल के छात्रों ने अंतरिक्ष में चार एस्टेरॉयड को खोज निकाला है. टीम ने अंतिरक्ष से कुल 17 इमेज टीम सप्तऋषि इंडिया के पास भेजे गए थे. साथ ही बच्चों की 5 इमेज आईएएससी को भेजे गए है, लेकिन फाइनल राउंड में चार इमेज एस्टेरॉयड के थे. 

आईएएससी ने छात्रों को दी बधाई
गया के छात्रों ने चार एस्टेरॉयड की खोज की है. छात्रों की इस खोज पर आईएएससी ने बधाई दी है. बता दें कि वर्ष 2021 में एस्टेरॉयड सर्च कैंपेन की शुरुआत भारत में हुई थी. एस्टेरॉयड को ढूंढना काफी मुश्किल काम है, एस्टेरॉयड को ढूंढने में काफी समय लगता है, लेकिन बच्चों ने अपनी मेहनत से एस्टेरॉयड को खोज निकाला है.आज बिहार अपने बच्चों पर गर्व कर रहा है. 

योजना की क्या है प्रक्रिया
बता दें कि टीम सप्तऋषि इंडिया में जिला स्कूल के डॉ. देवेंद्र सिंह समेत चार मेंटॉर और दस बच्चे शामिल हैं. इस टीम में पांच बच्चे बिहार के गया जिले से है. इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल सर्च कोलैबोरेशन द्वारा पहले विश्व भर में टीम गठन करके सदस्यों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके बाद फिर एक निश्चित समय के लिए इमेज भेजी जाती है, जिसमें प्रत्येक टीम को एस्टेरॉयड सर्च कैंपेन के अंतर्गत खोजे गए एस्टेरॉयड को एस्ट्रोनॉमिकल सॉफ्टवेयर पर अपलोड करना होता है. नासा की टीम के द्वारा जांच के बाद फाइनल रिपोर्ट दी जाती है. इसके अलावा बता दें कि टीम सप्त ऋषि इंडिया में मेंटॉर के तौर पर डॉ.देवेंद्र सिंह, लखनऊ के अमृतांशु बाजपेयी, मेरठ के सुमित कुमार श्रीवास्तव और छत्तीसगढ़, बिलासपुर के धनंजय पांडे शामिल हैं. साथ ही टीम के दस छात्रों में पांच गया के हैं. इसमें अनुराग कुमार, आदित्य कुमार, प्रतीक्षा सिंह, अमन कुमार और दिव्यंका सिंह शामिल हैं.साथ ही गया जिला स्कूल के सांइस टीचर सह एटीएल इंचार्ज डॉ. सिंह के नेतृत्व में यहां के बच्चों ने नीति आयोग और अटल इनोवेशन मिशन के द्वारा संचालित किया गया है.

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