NEET Paper Leak: राकेश उर्फ रॉकी से सीबीआई 10 दिनों के रिमांड में काफी कुछ उगलवा सकती है. रॉकी न केवल संजीव मुखिया का भांजा है, बल्कि उसका सबसे बड़ा राजदार भी है.
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NEET Paper Leak Case: केंद्रीय जांच ब्यूरो को गुरुवार को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी, जब उसने पटना से राकेश रंजन उर्फ रॉकी को धर दबोचा. रॉकी, पेपर लीक केस के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया का भांजा है और रांची में रहकर रेस्टोरेंट चलाता है. रॉकी को पेपर लीक गिरोह का किंगपिन माना जाता है. सीबीआई ने रॉकी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 10 दिन के रिमांड पर भेज दिया गया. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि रॉकी की गिरफ्तारी सीबीआई के लिए क्यों अहम है?
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सबसे पहले जानते हैं कि रॉकी या फिर राकेश रंजन है कौन? दरअसल, रॉकी रांची में रहकर रेस्टोरेंट का बिजनेस करता है और यह पेपर लीक केस के मुख्य आरोपी संजीव मुखिया का भांजा है. आरोप है कि पेपर लीक होने के बाद उसे हल करने के लिए रॉकी ने ही सॉल्वर्स का जुगाड़ किया था. रॉकी ने पटना और रांची के एमबीबीएस छात्रों को बतौर सॉल्वर इस्तेमाल किया था. यह भी माना जा रहा है कि रॉकी संजीव मुखिया का बड़ा राजदार भी है.
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रॉकी पर आरोप हैं कि पेपर लीक होने के बाद हजारीबाग के ओएसिस स्कूल में पेपर सेट खोला गया तो रॉकी वहीं पर मौजूद था. उसने न केवल प्रश्न पत्रों को बाहर निकाला, बल्कि उसकी फोटो भी ली और पीडीएफ बनाकर ब्लूटूथ की मदद से प्रिंट भी करवाया. प्रिंट निकलवाने के लिए रॉकी ने चिंटू उर्फ बलदेव का इस्तेमाल किया था, जो लर्न एंड प्ले इस्कूल में मौजूद था.
दरअसल, सीबीआई की रिमांड में भेजे गए रॉकी ने ही पेपर लीक होने के बाद सॉल्वर का इंतजाम किया था तो वह पूछताछ में यह भी बता सकता है कि देश भर में उसने कहां कहां और किस किसको पेपर लीक किया. सीबीआई को पता है कि रॉकी ने केवल पटना के 20 छात्रों की खातिर इतना बड़ा जोखिम नहीं लिया होगा. जाहिर सी बात है कि नीट पेपर लीक केस में कोर्ट में जो सुनवाई हो रही है, उसमें अगली हियरिंग में बहुत कुछ चेंज हो सकता है, अगर रॉकी सीबीआई के सवालों का सही जवाब दे दे तो.
सीबीआई ने राकेश को पकड़ने के लिए बेहद एडवांस तरीका अपनाया. सीबीआई ने राकेश की मेल आई को ट्रैस किया और उसके बाद आईपी एड्रेस की मदद से उसका पता चल गया. एड्रेस कंफर्म होने के बाद सीबीआई ने रॉकी को गिरफ्तार किया.