आत्मनिर्भर बिहार का रोडमैप है BJP का संकल्प पत्र: ऋतुराज सिन्हा
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आत्मनिर्भर बिहार का रोडमैप है BJP का संकल्प पत्र: ऋतुराज सिन्हा

बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार की जनता ने 45 साल, कांग्रेस शासन में सौतेला व्यवहार देखा है. आरजेडी सरकार का भ्रष्टाचार, आतंक और जातिवाद की राजनीति के चरम सीमा को भी झेला है.

ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि देश की 11 फीसदी जनता बिहार वासी है.

पटना: बीजेपी गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया है. इस पर बीजेपी नेता और घोषणा पत्र समिति के सह संयोजक  ऋतुराज सिन्हा ने कहा है कि  'आत्मनिर्भर बिहार' एक नारा नहीं बल्कि भविष्य के बिहार की परिकल्पना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सामने जिस आत्मनिर्भर भारत की सोच रखी है, उसको साकार करने के लिए यह बेहद जरूरी है कि एक नई ऊर्जा के साथ, उन बड़े राज्यों में पहल की जाए, जिनमें उस तरीके से विकास नहीं हो पाया, जिसका वह हकदार था.

ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि देश की 11 फीसदी जनता बिहार वासी है. ऐसे में आत्मनिर्भर भारत अभियान का आगाज बिहार से होना स्वाभाविक भी है और न्यायसंगत भी. उन्होंने कहा कहा कि 'आत्मनिर्भर बिहार- संकल्प पत्र', प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के द्वारा बिहार को दी जा रही प्राथमिकता का सूचक है.

15 साल में 10 गुणा बढ़ी GDP 
बीजेपी नेता ने कहा कि बिहार की जनता ने 45 साल, कांग्रेस शासन में सौतेला व्यवहार देखा है. आरजेडी सरकार का भ्रष्टाचार, आतंक और जातिवाद की राजनीति के चरम सीमा को भी झेला है. सही मायने में, 2005 के बाद ही 'विकास' बिहार की राजनीति के एजेंडे का केंद्र बना और इसका परिणाम साफ है  2005 में बिहार राज्य की GDP मात्र 77,000 करोड़ की थी, जो वितीय वर्ष 20-21 अनुमानित 6 लाख 85 हजार करोड़ की है. 15 वर्षों में 10 गुणा बढ़ी है जीडीपी. 2005 में कृषि विकास दर 2.35 प्रतिशत था, 2020 में 8.5 फीसदी है. गैर कृषि विकास दर 3.9 फीसदी था, अब 12.2 प्रतिशत है. 12 प्रतिशत जीडीपी ग्रोथ दर के साथ, बिहार आज देश का सबसे तेज बढ़ता हुआ राज्य है. 
 
आत्मनिर्भर बिहार का रोडमैप है संकल्प पत्र
सिन्हा ने कहा कि बीजेपी का 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए बना संकल्प पत्र चुनावी वायदा भर नहीं, मजबूती के साथ बढ़ते आज के बिहार को और अधिक मजबूती देने का एक रोड मैप है. जिसे साकार करने के लिए सर्व समाज के विकास की सोच के साथ पांच सूत्र के आधार पर तैयार किया गया है. इन पांच सूत्रों के अंतर्गत, 19 लाख रोजगार स्वरोजगार सृजन एवं 1 करोड़ गरीब महिलाओं को उध्यमशीलता से जोड़कर स्वावलंबी बनाने लिए 11 स्पष्ट प्रोग्राम निर्धारित किए गए हैं.
 
नीति, नीयत और नेतृत्व की विश्वसनीयता
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में एक तरफ नीयत, नीति और नेतृत्व है- जो जांचा परखा है. तो दूसरी तरफ अनुभव का अभाव, हवाबाजी और विश्वसनीयता की कमी. जिसने अपनी पढ़ाई 10वीं से पहले छोड़ दी हो, जीवन में एक दिन भी मेहनत की कमाई अर्जित ना किया हो, कभी एक रुपए का टैक्स नहीं भरा हो, ऐसे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) वायदे तो बहुत कर रहे हैं पर उन्होंने वायदे पूरे करने की रणनीति पर चुप्पी साध रखी है. बात साफ है कि उनके पास बिहार के विकास का स्पष्ट प्लान नहीं है. चुनावी मौसम में खोखले वायदों की झड़ी लगा रखी है. यह बिहार की जनता का दुर्भाग्य है और विपक्ष में नेतृत्व की शून्यता का प्रतीक.

मोदी- नीतीश की टीम पर जनता का भरोसा है
उन्होंने कहा कि भारत के संदर्भ में हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी का यह कथन- 'भारत की कहानी आज मजबूत है, कल और भी मजबूत होगी.' बिहार के संदर्भ में भी सटीक है क्योंकि बिहार की स्थिति आज मजबूत है और आने वाले समय में एनडीए सरकार के संरक्षण में और भी मजबूत होगी.