फरवरी में हुई थी बच्चे की मौत, अब पुलिस पर अपराधियों को बचाने का आरोप लगा रहे छात्र के परिजन
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फरवरी में हुई थी बच्चे की मौत, अब पुलिस पर अपराधियों को बचाने का आरोप लगा रहे छात्र के परिजन

  जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में बीते चार माह पहले 16 फरवरी 2022 को स्कूल से घर जाने के क्रम में एक बच्चे की मौत हो गई थी. जिसके बाद स्कूल प्रशासन और परिजनों में हड़कंप मचा गया था.

(फाइल फोटो)

गया :  जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल में बीते चार माह पहले 16 फरवरी 2022 को स्कूल से घर जाने के क्रम में एक बच्चे की मौत हो गई थी. जिसके बाद स्कूल प्रशासन और परिजनों में हड़कंप मचा गया था. वही मौत के बाद पुलिस अभिरक्षा में मृत बच्चे का पोस्टमार्टम अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल में कराया गया था. जहां डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर खाने से हुई मौत का संकेत दिया था. 

जिसके बाद परिजनों ने वरीय पुलिस अधीक्षक से मिलकर बिसरा रिपोर्ट की मांग की थी. जिसके बाद मृत बच्चे के अवशेषों को बिसरा पटना भेजा गया. जहां जांच होने के बाद रिपोर्ट में जहर से मौत का मामला प्रकाश में आया था. जिसके बाद पुनः एक बार फिर से मृत बच्चे की रिपोर्ट को कोलकाता बिसरा भेजा गया. जहां के रिपोर्ट आने के बाद मौत हुए छात्र के मामले के वकील का सीधा कहना है कि पुलिस स्कूल के शिक्षक और स्कूल प्रबंधन को शेल्टर देने में जुटी है. 

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हैरानी की बात है कि जिस पुलिस की केस डायरी के आधार पर कोर्ट ने आरोपी शिक्षक की अग्रिम जमानत खारिज कर दी है. उस शिक्षक के बाबत पुलिस का कहना है कि साक्ष्य नहीं है. यदि पुलिस डायरी में मजबूत साक्ष्य प्रतीत नहीं हो रहे होते तो अदालत आरोपित शिक्षक को जमानत दे देती. पुलिस का काम लॉ एंड ऑर्डर का है. वह यह न देखे की कौन दोषी है और कौन नहीं. यह काम कोर्ट का है. यह बातें मृतक छात्र के मामले का केस देख रहे वकील प्रमोद कुमार सिंह ने मीडिया के समक्ष कही. 

उन्होंने कहा कि पुलिस की डायरी के आधार पर ही आरोपित को कोर्ट ने प्राइमाफेसी गिल्टी पाया है. इसके बाद ही कोर्ट ने जमानत नहीं दी है. पुलिस आरोपित के साथ ही स्कूल प्रबंधन को शेल्टर देने में जुटी है. 

उन्होंने कहा कि पुलिस को आरोपी शिक्षक को अब गिरफ्तार करना ही होगा. हम इस मामले को लेकर कोर्ट में प्रोटेस्ट करेंगे. वहीं इस मामले में समाज सेवी रवि वर्णवाल ने पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल उठाया. वहीं मृतक के पिता का कहना है कि हमें समझ में नहीं आ रहा है कि सारा सिस्टम एक शिक्षक को बचाने के लिए सब कुछ दाव पर लगा दिया है. यह बड़ा चिंतनीय विषय है. हमें अब शक हो रहा है कि बच्चे को मारने में स्कूल का प्रिंसिपल और डायरेक्टर ही प्रमुख रूप से शामिल हैं. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि सब कुछ स्पष्ट होने के बावजूद पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है. इसके पीछे उनकी क्या मजबूरी है यह समझ में नहीं आ रहा है. 

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