BPSC Recuirtment 2022: शिक्षा विभाग के मुताबिक अगले सात दिनों के अंदर बीपीएससी को रिक्तियों की सूची भेजी जाएगी. जिसके बाद बीपीएससी जनवरी के पहले या दूसरे हफ्ते में विज्ञापन लेकर बहाली की प्रक्रिया शुरू कर सकता है.
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Patna: बिहार के सरकारी स्कूलों में प्रधानशिक्षक और प्रधानाध्यापक की नियुक्ति की प्रक्रिया जनवरी में शुरू होगी. प्रधानशिक्षक और प्रधानाध्यापक के 45 हजार 852 पदों पर बहाली बिहार लोकसेवा आयोग (BPSC) के जरिए होगी और इसके लिए विभाग ने जिलावार रिक्तियों की लिस्ट जिलों से मंगा ली है. अब खाली पड़े पदों का अध्ययन किया जाएगा.
7 दिन के अंदर BPSC को भेजी जाएगी लिस्ट
शिक्षा विभाग के मुताबिक अगले सात दिनों के अंदर बीपीएससी को रिक्तियों की सूची भेजी जाएगी. जिसके बाद बीपीएससी जनवरी के पहले या दूसरे हफ्ते में विज्ञापन लेकर बहाली की प्रक्रिया शुरू कर सकता है.
ढाई साल से लटकी है बहाली प्रक्रिया
जानकारी के अनुसार, बिहार में एक तरह छठे दौर के शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया करीब ढ़ाई साल से चल रही है. लेकिन अब तक 1 लाख 20 हजार शिक्षकों को बहाल नहीं किया जा सका है. वहीं दूसरी ओर शिक्षा विभाग अब क्लास एक से लेकर बारह तक के सरकारी स्कूलों में प्रधानशिक्षक और प्रधानाध्यापक की बहाली की तैयारियों में जुट गया है.
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प्रधानाध्यापक की जगह नियोजित शिक्षकों को बनाया गया प्रभारी
दरअसल सरकारी स्कूलों में प्रधानाध्यापक यानि हेडमास्टर के पदों पर सामान्यत रूप से स्थायी शिक्षकों को ही रखा जाता है. स्थायी शिक्षक वो जो अब तक बिहार में लोकसेवा आयोग या दूसरी परीक्षा के जरिए शिक्षक बने. लेकिन साल 2003 में जब से बिहार में शिक्षकों को नियोजन शुरू हुआ उसके बाद से स्थायी शिक्षकों की जगह नियोजित शिक्षकों ने लेनी शुरू कर दी. इसका असर ये हुआ कि प्रधानाध्यापक जैसे अहम पदों पर भी नियोजित शिक्षकों को प्रभारी के तौर पर रखा जाने लगा.
BPSC के जरिए होगी बहाली
शिक्षा विभाग को इस बात का एहसास थोड़ी देर से हुआ, लिहाजा अब प्रधानाध्यापक के साथ प्रधानशिक्षक की बहाली लोकसेवा आयोग के जरिए होगी. पटना में कई ऐसे सरकारी स्कूल हैं जहां प्रभारी शिक्षकों के भरोसे काम चल रहा है. पुनाईचक स्थित एक स्थाई सरकारी स्कूल में हेडमास्टर पद पर प्रभारी शिक्षक बैठे हैं. बालक कन्या मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजकिशोर के मुताबिक हेडमास्टर जैसे पदों पर स्थायी नियुक्ति ही होनी चाहिए न कि इसका काम प्रभारी शिक्षकों के जरिए चले.
कैबिनेट से मिली मंजूरी
इस साल कैबिनेट से मंजूरी के बाद शिक्षा विभाग ने बकायदा एक अधिसूचना जारी कर ये जानकारी दी कि बिहार में प्रधानाध्यापक और प्रधानशिक्षक की बहाली होगी. हालांकि बहाली में नियोजित शिक्षकों को भी प्राथमिकता मिलेगी. अब शिक्षा विभाग ने बहाली के लिए काम बढ़ाया है.
जनवरी में निकलेगा विज्ञापन!
जानकारी के मुताबिक, शिक्षा विभाग को सभी 38 जिलों से प्रधानाध्यापक और प्रधानशिक्षकों के खाली पड़े पदों की संख्या आ गई है. विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार के मुताबिक, जिलों से लिस्ट आ गई है और एक सप्ताह के अंदर अधियाचना (खाली पड़े पदों की संख्या और भर्ती के नियम) बिहार लोकसेवा आयोग को भेज दी जाएगी. बीपीएससी इन रिक्तियों का अध्ययन करेगा और बेहद मुमकिन है कि जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में बहाली का विज्ञापन निकाल देगा.
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आइए जानते हैं प्रधानाध्यापक और प्रधानशिक्षक का पद क्या है-
1-पहली बार बिहार में प्रारंभिक स्कूलों यानि क्लास एक से लेकर आठ तक में प्रधानशिक्षक की बहाली होगी.
2-इसी तरह नए बने माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की नियुक्ति होगी.
3-40 हजार 518 प्रधानशिक्षक जबकि 5 हजार 334 पदों पर प्रधानाध्यापक नियुक्त होंगे.
4-इस तरह कुल 45 हजार 582 पदों पर बहाली होगी.
किन जिलों में कितने शिक्षकों की नियुक्ति होगी
जिला खाली पड़े पद
अररिया 1327
औरंगाबाद 1093
भागलपुर 902
बांका 1220
दरभंगा 1424
पूर्वी चंपारण 1914
कटिहार 1125
पटना 1984
वैशाली 1112
पश्चिम चंपारण 1639
मुजफ्फरपुर 1632
नालंदा 1352
22 साल पहले BPSC ने की थी शिक्षकों की नियुक्ति
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के मुताबिक, एक हफ्ते के अंदर बिहार लोकसेवा आयोग को अधियाचना भेजी जाएगी. बिहार में आखिरी बार साल 1999 में लोकसेवा आयोग के जरिए शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी.