बिहार में इंटर के एग्जाम 1 फरवरी से शुरू होने जा रहे हैं. सांइस,आर्ट्स और कॉमर्स के छात्र 1 फरवरी से 14 फरवरी तक आयोजित परीक्षा में हिस्सा लेंगे. ऐसे में आज हम बात करेंगे फिजिक्स के एग्जाम की. साइंस में फिजिक्स पेपर का अपना महत्व होता है और इसे स्कोरिंग सब्जेक्ट माना जाता है.
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Patna: बिहार में इंटर के एग्जाम 1 फरवरी से शुरू होने जा रहे हैं. सांइस,आर्ट्स और कॉमर्स के छात्र 1 फरवरी से 14 फरवरी तक आयोजित परीक्षा में हिस्सा लेंगे. ऐसे में आज हम बात करेंगे फिजिक्स के एग्जाम की. साइंस में फिजिक्स पेपर का अपना महत्व होता है और इसे स्कोरिंग सब्जेक्ट माना जाता है. स्कोरिंग सब्जेक्ट यानि इसमें नंबर मिलने की संभावना ज्यादा होती है. तो आज हम बिहार के लाखों साइंस छात्रों के लिए ये बताने जा रहे हैं कि फिजिक्स में नंबर कैसे बेहतर आ सकते हैं और उनकी तैयारी किन चैप्टर्स को लेकर खास होनी चाहिए.
दो चरणों में होगी परीक्षा
ये जानना जरूरी है कि फिजिक्स की परीक्षा दो चरणों में होती है.पहला प्रैक्टिक्ल जबकि दूसरा थ्योरी. प्रैक्टिक्ल परीक्षा 30 नंबर की हो चुकी है जबकि 70 नंबर की थ्योरी परीक्षा 2 फरवरी को होनी है.क्योंकि 30 नंबर की सिर्फ प्रैक्टिकल परीक्षा ही होती है लिहाजा इसमें 60 फीसदी अंक लाना ज्यादा कठिन नहीं होता है.हमने आज फिजिक्स पेपर की बेहतर तैयारी को लेकर पटना हाई स्कूल के प्रिंसिपल रवि कुमार से बात की.
रवि कुमार के मुताबिक क्योंकि 30 अंकों की प्रैक्टिक्ल परीक्षा हो चुकी है लिहाजा छात्रों को ये बेहतर जानकारी हो गई है कि उन्हें प्रायोगिक परीक्षा में कितने नंबर आ सकते हैं . अब यही से थ्योरी परीक्षा पर फोकस किया जा सकता है. 70 नंबर की थ्योरी परीक्षा होती है .इसमें आधे नंबर वैकल्पिक जबकि बाकी प्रश्न लघु और दीर्घ उत्तरीय होंगे. फिजिक्स में छात्रों को पांच चैप्टर्स पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है और ये हैं मॉडर्न फिजिक्स,करंट इलेक्ट्रिसिटी,चुंबकत्व ..अगर बच्चों ने इन पेपर की पढ़ाई कर ली है तो फिर फिजिक्स में 60 फीसदी अंक लाना ज्यादा मुश्किल नहीं है. हालांकि सच्चाई ये भी है कि अगर सभी चैप्टर्स की पढ़ाई बेहतर तरीके से नहीं हुई है तो फिर ऑब्जेक्टिव को क्रेक करने में मुश्किल आ सकती है.थ्योरी पेपर में ही कुछ सिद्धांत भी पूछे जाते हैं, लिहाजा छात्र इन प्रिंसिपल्स को अच्छे से पढ़ लें.