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Bihar Weather Today: बिहारवासियों को सता रही कड़ाके की ठंड, न्यूनतम तापमान 4°C के पास, कई जिलों में घने कोहरे का अलर्ट

Bihar Today's Weather Update: बिहार में ठंड का कहर लगातार जारी है. न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की वजह से ठंड से लोगों का हाल बेहाल है. राज्य के कई जिलों में सुबह और शाम के वक्त घना कोहरा छाया रहता है, जिससे विजिबिलिटी कम हो जाती है. पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने राज्य के कई जिलों में घने कोहरे को लेकर अलर्ट जारी किया है. जिसमें- भागलपुर, मुंगेर, बांका, जमुई और अररिया शामिल हैं. 

न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस

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न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस

बीते दिन सोमवार को बिहार का न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. मौसम विभाग की ओर से अनुमान है कि अगले 2-3 दिनों में तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिससे लोगों को राहत मिलेगी. 

 

सूरज ढलते ही कंपकपाहट का एहसास

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सूरज ढलते ही कंपकपाहट का एहसास

पहाड़ी क्षेत्रों में हुए बर्फवारी और सर्द पछुआ हवा बहने की वजह से राज्य में ठंड बढ़ी है, लेकिन दिन के समय आसमान साफ रहता है. धूप निकलती है, जिससे लोगों को काफी राहत मिलती है. हालांकि, सूरज ढलते ही कंपकपाहट का एहसास होने लगता है. 

 

ठंड में अलाव बहुत बड़ा सहारा

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ठंड में अलाव बहुत बड़ा सहारा

बांका में कोहरे और कड़ाके की ठंड ने कई दिनों से दस्तक दिया हुआ है. गरीब लोगों के लिए अलाव बहुत बड़ा सहारा है. कड़ाके की ठंड होने की वजह से इस वक्त किसानों की मुश्किलें भी बढ़ गई है. किसानों को धान की तैयारी करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 

 

ठंड से राहगीरों को हो रही परेशानी

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ठंड से राहगीरों को हो रही परेशानी

सर्द हवाओं और कोहरे से कड़ाके की ठंड होने लगी है. जिससे राहगीरों को काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है. ठंड से किसान और मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. ठंड बढ़ने की वजह से लोग शाम होते ही अपने घरों में चले जाते हैं. 

ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त

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ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त

बढ़ती ठंड की वजह से बांका जिले के सभी प्रखंडों के आसपास क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है. जरूरतमंद किसान और मजदूरों को मजबूरन पेट के लिए ठंड में घर से बाहर निकलना पड़ता है. अलाव की व्यवस्था नहीं रहने पर ठिठुरते हुए उन्हें अपने कामों पर जाना पड़ता है. (इनपुट - बीरेंद्र कुमार सिन्हा के साथ)