पटना में गंगा नदी के तट पर बने विभिन्न छठ घाटों पर किसी अनहोनी से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 450 जवान तैनात रहेंगे. 72 बोट के जरिए मनेर से केलकर दीदारगंज के घाटों निगरानी की जा रही है.
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पटना: सूर्योपासना के महापर्व छठ (Chhath Puja 2019) के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. पटना में गंगा नदी के तट पर बने विभिन्न छठ घाटों पर किसी अनहोनी से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 450 जवान तैनात रहेंगे. 72 बोट के जरिए मनेर से केलकर दीदारगंज के घाटों निगरानी की जा रही है. एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट कुमार बालचन्द्र ने कहा है कि गंगा में चार मेडिकल एम्बुलेंस की तैनाती की गई है.
उन्होंने बताया कि सांध्य अर्घ्य के लिए विशेष तैयारी की गई है. किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम तैयार है. पूरे पटना को चार सेक्टर में बांटा गया है. पटना के अलावा सारण, भोजपुर और बक्सर में एनडीआरएफ की तैनाती की गई है.
22 घाट खतरनाक घोषित
पटना जिला प्रशासन ने पूरे पटना में 22 घाटों को खतरनाक घोषित किया है. पटना जिला प्रशासन ने पटना के छठ घाटों को दो जोन में बांटा है. पहली सूची में उन घाटों के बारे में बताया गया है, जहां पर छठ पूजा के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. वहीं, दूसरी सूची उन खतरनाक घाटों की है, जहां आज भी खतरा बना हुआ है. जिला प्रशासन ने पूरे पटना में 22 घाटों को खतरनाक घोषित किया है. सभी खतरनाक घाटों को लाल कपड़े से घेरकर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
पटना में छठ व्रतियों के लिए एक ऐप लॉन्च किया गया है. एप से व्रतियों और श्रद्धालुओं को कई सुविधाएं मिलेंगी. घाट से थाना की दूरी, बैंक, एटीएम, रेस्टोरेंट, मेडिसिन काउंटर, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड की दूरी बताया जाएगा. इस ऐप के माध्यस में कुल 16 प्रकार के फीचर बताए जाएंगे. पटना के जिला प्रसाशन के द्वारा यह ऐप तैयार करवाया गया है. व्रतियों के लिए परिवहन विभाग ने बस की विशेष सुविधा दी है.