Demonetisation: आज रात 12 बजे से, 500 और 1000 रुपये के नोट बंद हो जायेंगे.घबराईये मत ऐसा फिर से नहीं होने वाला बल्कि मैं आपको पीएम मोदी का वो बयान याद दिला रहा हूं.जो उन्होने 8 नवंबर 2016 की रात 8 बजे, देश के संबोधन के दौरान दिया था.और जिसके बाद पूरे देश में नोटबंदी हो गई थी. अब आप सोच रहें होंगे कि आखिर नोटबंदी की बात, आज फिर से क्यों आ गई तो उसके पीछे है सुप्रीम कोर्ट का वो क़दम, जिसमें नोटबंदी की वैधता को लेकर देश की सबसे बड़ी अदालत ने केंद्र सरकार और RBI से जवाब मांगा है. दरअसल सरकार की जानिब से 2016 में लिए गए नोटबंदी के फैसले को कई लोगों ने ये कहकर चुनौती दी है कि, यह नागरिकों के मौलिक अधिकारों के खिलाफ था.लिहाज़ा इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि, न्यायालय "लक्ष्मण रेखा से वाकिफ़ हैं, लेकिन सरकार के इस फैसले की पड़ताल जरूर करेंगे" ताकि इसके पीछे के कारणों का पता लगाया जा सकें संविधान पीठ ने कहा, ‘‘इस पहलू का जवाब देने के लिए कि यह कवायद अकादमिक है या नहीं, या फिर न्यायिक समीक्षा के दायरे से यह बाहर है, हमें इसकी सुनवाई करनी होगी हमें यह तय करने के लिए वकील को सुनना होगा. जस्टिस एस. अब्दुल नज़ीर की अध्यक्षता वाली पांच-सदस्यीय बेंच ने कहा कि, जब कोई मामला संविधान बेंच के सामने लाया जाता है, तो उसका जवाब देना पीठ की जिम्मेदारी बन जाती है. इसके साथ ही संविधान पीठ ने 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक को विस्तृत हलफनामा दायर करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए नौ नवम्बर, 2022 की तारीख मुकर्रर की है. लिहाज़ा अब ये देखना अहम होगा, कि नोटबंदी को लेकर सुप्रीम कोर्ट का क्या रुख रहता है.