Who is Muqtada al-Sadr: इराक में शिया मज़हबी रहनुमा मुक्तदा अल-सद्र के सियासत से हटने का ऐलान करने के बाद तशद्दुद भड़क उठा.मुक्तदा अल-सद्र के नाराज सैकड़ों हामी सरकारी महल में घुस गए. इस ऐलान के बाद फौज ने कर्फ्यू लगाया, लेकिन अल-सद्र के हामी सड़क पर उतर आए. इराक में करीब 10 महीने से किसी प्रधानमंत्री की नियुक्ति नहीं हुई है. अभी तक मुस्तफा अल-कादिमी कार्यकारी प्रधानमंत्री हैं. पिछले साल अक्टूबर में हुए चुनाव में मुक्तदा अल-सद्र का गुट 329 सीटों वाली संसद में 73 सीटों के साथ सबसे बड़ा गुट बना. हालांकि, इसे फिर भी बहुमत हासिल नहीं हुआ और सरकार बनाने में असमर्थ रहा. इसके बाद से ही उग्र प्रदर्शन और झड़पों की खबर आ रही है. मुक्तदा अल सदर इराक के बाअसर शिया मज़हबी रहनुमां है और सयासी तौर से भी काफी सक्रिय हैं. साल 2021 में जब चुनाव हुए तो मुक्तदा अल-सद्र का प्रधानमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा था. मुक्तदा अल-सदर प्रोमिनेंट सदर परिवार से ताल्लुक रखते हैं. वो मूल रूप से लेबनान के जबाल अमेल के रहने वाले हैं. उनके पिता मोहम्मद सादेक अल-सदर सद्दाम हुसैन के धुर-विरोधियों में से एक रहे हैं. मुक्तदा अल-सदर का जन्म 4 अगस्त 1974 को इराक में हुआ था. उनके पिता अयातुल्लाह मोहम्मद मोहम्मद सादेक अल-सदर शिया मौलवी थे. 2003 में सद्दाम हुसैन की सरकार गिरने के बाद अल-सदर चर्चा में आए थे और शिया सपोर्ट के साथ आज वो इराक का सबसे चर्चित चेहरा हैं.कहा जाता है कि अल-सदर ईरान के धुर-विरोधी हैं और अक्सर कहते हैं कि इराक की राजनीति में ईरान की दखलंदाजी नहीं होनी चाहिए, और आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब अल-सद्र ने संन्यास की घोषणा की है. वह इससे पहले भी ऐसी घोषणा कर चुके हैं. हालांकि, इराक के राजनीतिक संकट के बीच बताया जा रहा है कि इस बार के उनके कदम से देश की स्थिति और बिगड़ सकती है, जो पहले से ही खराब है.