Hiccups Remedies: दोस्तों जब भी हमे हिचकी आती है, तो हम सभी लोग उसे बहुत हलके में लेते हैं. कई बार हिचकी आने को हम किसी के याद करने से भी जोड़ देते हैं कि आपको हिचकी आ रही है, तो आपको कोई याद कर रहा है. लेकिन हम आपको बता दें हिचकी आना ख़तरनाक भी हो सकता है. आज हम आपको बताएंगे हिचकी आना कब ख़तरनाक हो सकता है. लेकिन उससे पहले आपको बताते हैं हिचकी क्यों आती है. हिचकी आने का ताल्लुक़ किसी के याद करने से बिलकुल नहीं है. हिचकी आपके शरीर के सबसे निचले हिस्से डायाफ्राम से आनी शुरू होती है. ये फेफड़ों और पेट के बीच गुंबद के आकार की मसल्स होती हैं. आमतौर पर, जब आप सांस लेते हैं तो डायाफ्राम इसे नीचे की तरफ़ खींचता है. सांस छोड़ने पर ये वापस आराम की स्थिति में आ जाती है. आपको बता दें डायाफ्राम एक तय तरीक़े से अपना काम करता है लेकिन जब इसे कोई दिक़्क़त महसूस होती है तो इसमें ऐंठन होनी शुरू हो जाती है, जिसकी वजह से हवा गले में अचानक रुक जाती है जिससे आवाज़. निकलने में दिक्कत होती है. वोकल कॉर्ड में अचानक आई इस रुकावट से 'हिच' जैसी आवाज़ बाहर निकलती है.इसलिए इसे हिचकी कहा जाने लगा. हिचकी आने की कई वजहें हो सकती हैं, इसमें कुछ शारीरिक होती हैं तो कुछ मानसिक. बहुत ज्यादा और जल्दी खाने की वजह से भी हिचकी आती है. ज्यादा नर्वस या उत्साहित होने, तनाव, तापमान में अचानक बदलाव या फिर कैंडी-च्युइंग गम चबाते वक़्त मुंह में हवा भर जाने की वजह से भी हिचकी आती है. अब आपको बताते हैं हिचकी कब ख़तरनाक हो सकती है. देखें वीडियो