History of Jabir ibn Hayyan: आज हम जो महंगे महंगे लेदर के शूज़ पहनते हैं. लेदर की जैकेट पहनते हैं. लेदर की बेल्ट लगाते हैं, और लेदर के मुख़्तलिफ़ सामान इस्तेमाल करते हैं. इन कच्चे चमड़ों को इस्तेमाल के लायक़ जानते हैं किसने बनाया एक मुस्लिम साइंटिस्ट जाबिन बिन हैय्यान (Jabir ibn Hayyan) ने जाबिर बिन हैय्यान तारीख़ के पहले केमिकल साइंटिस्ट हैं. चमड़े को रंगने और बदरंग होने से बचाने का तरीक़ा भी जाबिर बिन हैयान ने ईजाद किया. इन्होंने ही सबसे पहले चमड़े को रंगने के लिए ऐसा केमिकल बनाया जो न सिर्फ़ चमड़े में चमक पैदा करते बल्कि रॉ चमड़े को इस्तेमाल में लाने के लिए ख़ूबसूरत बनाने का काम करते इन्होंने कार्बोनेट, आर्सेनिक, सल्फाइड, नमक के तेजाब, नाइट्रिक एसिड, शोरे के तेजाब, और फास्फोरस की खोज की 733 ईसवी में इरान के शहर तूस में पैदा हुए जाबिर बिन हैय्यान ने इराक़ के बग़दाद और कूफ़ा शहर में ज़िंदगी गुज़ारी और यहीं रहकर दिन रात कड़ी मेहनत के बाद इन तजर्बात से दुनिया को रुशनास कराया. दरअसल जाबिन बिन हयान हुए. इब्ने सिना हुए. इब्ने हैथम हुए इन्हें सिर्फ़ सांइसी और दुनियावी ही इल्म नहीं था बल्कि ये अपने दौर के बड़े आलिम थे. इन्होंने दीनी तालीम से ही दुनियावी तालीम का रास्ता निकाला था. इन्होंने क़ुरान की सिर्फ़ तिलावत ही नहीं की थीबल्कि ये देखा था कि क़ुरान कहना क्या चाह रहा है. क़ुरान कहता है कि तुम ज़बान रखते हुए बोलते क्यों नहीं. तुम दिमाग़ रखते हुए सोचते क्यों नहीं. क्या तुम्हारे ज़ेहनों ज़बान पर ताले पड़े हुए हैं. इन्हीं आयतों और सूरतों को परचम बना कर ही कोई जाबिर बना तो कोई इब्ने हैथम. जाबिर हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के शागिर्द थे. उनसे ही रहनुमाई हासिल करते थे. जाबिर को केमेस्ट्री का फ़ाउंडर माना जाता है. मग़रिबी दुनिया में लोग इन्हें गेबर या जाबेर के नाम से जानते हैं.जाबिर ने ही पहला एसिड बनाया जिससे सोने को भी पिघलाना मुम्किन हुआ. जाबिर बिन हैय्यान ने ही वो केमिकल भी ईजाद किया जिससे लोहे और तांबे को गला कर चांदी और सोना बनाया जा सकता था. जाबिर ने ही मटीरियल को तीन हिस्सों में तक़सीम किया उन्होंने किसी भी मटीरियल यानी पदार्थ को प्लांट, एनिमल और मिनलर अलग अलग करके देखा प्लांट यानी वनस्पति, एनिमल यानी पशु और मिनरल यानी खनिज. जाबिर ने अपने इन इजादात यानी अविष्कारों से अपने ज़माने में तहलका मचा दिया. उस दौर में लोग बालों को रंगने के लिए मेहंदी का ही इस्तेमाल करते थे. जाबिर ने ऐसा केमिकल फ़ार्मूला ईजाद किया जिससे बालों को लंबे वक़्त तक काले रखते थे. जाबिर बिन हैय्यान को बाबाए कीमिया यानी फ़ादर ऑफ़ केमिकल साइंस भी कहा जाता है. जाबिर ने 200 से ज़्यादा किताबें अपने तजर्बात पर लिखी हैं जिससे दुनिया आज भी फ़ायदा उठा रही है....