Uyghur Muslims In China: उइगर मुसलमानों को लेकर चीन का नजरिया कौन नहीं जानता. आज हम आपको बताएंगे कि चीन ने उइगर मुसलमानों के लिए बड़ी तादाद में डिटेंशन कैंप बना रखे हैं. इन कैंप में उइगर मुसलमानों की हालत बेहद खराब है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन के एक उइगर अक्सरियत वाले इलाक़े के हर 25 में से एक शख़्स को दहशतगर्दी के आरोपों में सज़ा सुनाई गई है...चीन अपने डिटेंशन कैंपों में उइगर मुसलमानों के साथ ज़ुल्म कर रहा है. पहली बार उइगर मुस्लिमों पर जारी अक़वामे मुत्तहिदा यानी UN की रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है. 48 पन्नों की ये रिपोर्ट चीन पर इंसानी हुक़ूक़ के ख़िलाफ़वर्ज़ी के तश्वीशनाक इल्ज़ाम लगाती है. आज हम आपको बताएंगे कि कौन हैं उइगर मुस्लिम और चीन डिटेंशन कैंप में रखकर उनके साथ ज़ुल्म क्यों करता है. चीन के शिन जियांग इलाके में बड़े स्तर पर लोगों को मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया जा रहा है। यहां उइगर मुसलमानों की एक बड़ी आबादी रहती है. इन लोगों को हाई-सिक्योरिटी फैसिलिटीज यानी डिटेंशन कैंपों में रखा जाता है। ये कब तक यहां रहेंगे, इसकी कोई तय समय नहीं है। चीन की सरकार आतंकी होने के शक पर लोगों को गिरफ्तार करती है। इसके पीछे वैसे तो कोई दलील नहीं होती, लेकिन वजह कुछ भी हो सकती है। बुर्का पहनने से लेकर दाढ़ी रखने तक, पासपोर्ट इस्तेमाल नहीं करने से ज्यादा बच्चे पैदा करने तक कुछ भी आपकी गिरफ्तारी का सबब बन सकता है...चीन इन कैंपों को वोकेशनल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग सेंटर्स कहता है। उसका कहना है कि वो इन्हें शिद्दतपसंदों के लिए चलाता है। 2019 में चीनी सरकार ने कहा था कि ये कैंप मामूली केसों में शामिल अपराधियों के लिए पुनर्वास केंद्र हैं. बाकि खबरें जानने के लिए देखें वीडियो..............