Accidental Deaths and Suicides in India: नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी NCRB की ओर से जारी की गई रिपोर्ट ने, ऑपोज़िशन को सरकार पर हमला करने का एक और मौका दे दिया है. दरअसल NCRB की हालिया रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि, 2021 में सुसाइड करने वाले लोगों में सबसे ज़्यादा तादाद दिहाड़ी मजदूरों की थी. रिपोर्ट के मुताबिक़ साल 2021 में 42004, दिहाड़ी मजदूरों ने ख़ुदकुशी की..जबकि साल 2020 में 37666 दिहाड़ी मजदूरों ने सुसाइड की थी. फ़िक्र की बात ये है कि, साल 2014 के बाद से दिहाड़ी मज़दूरों के सुसाइड करने के मामलों में लगातार इज़ाफ़ा हुआ हैं. तो अब सवाल ये है कि आखिर इसकी वजहें क्या रहीं. एक्सपर्ट की माने तो साल 2020 से दिहाड़ी मजदूरों के सुसाइड में आए उछाल के पीछे कोरोना महामारी सबसे बड़ी वजह रही.इसके अलावा दूसरी वजह कॉन्ट्रैक्ट्स का अभाव बताया जा रहा है. क्योंकि कॉन्ट्रैक्ट्स ना मिलने से दिहाड़ी मजदूरों का रोजगार आसानी से छिन जाता है. तीसरी वजह, निर्माण कार्यों में आई कमी को माना जा रहा है. क्योंकि कोरोना महामारी के कारण निर्माण के क्षेत्र में काम की रफ्तार भी थम सी गई थी. कुल मिलाकर इस रिपोर्ट ने सरकार के माथे पर शिकन ला दी है. लेकिन हम तो उन मज़दूरों से सिर्फ ये अपील करना चाहेंगें.