Sonali Phogat Death: बीजेपी नेता और टिक टॉक स्टार सोनाली फोगाट की मौत के बाद रोज नए नए खुलासे सामने आ रहे है. उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर गोवा पुलिस ने बताया कि सोनाली फोगाट के पानी के गिलास में मेथमफेटामाइन (Methamphetamine) मिलाई गई थी. जिसे पीने से सोनाली की तबीयत बिगड़ी और फिर उनकी मौत हो गई. मेथमफेटामाइन(Methamphetamine) एक शक्तिशाली और उत्तेजक नशीला पदार्थ है, जो लोगों के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है. ये एक ऐसा ड्रग होता है जो शीशे की टुकड़े या चमकदार, नीली-सफेद चट्टान की तरह नज़र आता है. मेथमफेटामाइन रासायनिक रूप से एम्फ़ैटेमिन ड्रग के जैसा है. जिसका इस्तेमाल अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर और नार्कोलेप्सी जैसी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है. मेथमफेटामाइन आपके मस्तिष्क में डोपामाइन की मात्रा को बढ़ाता है. 'डोपामाइन' दिमाग में बनने वाला एक केमिकल है जो एक्साइटमेंट और खुशी वाली भावनाओं को पैदा करता है. यही कारण है कि लोगों को जल्द ही मेथमफेटामाइन की आदत लग जाती है और वो ख़ुद को एक्साइटेड और एनरजेटिक रखने के लिए इसका इस्तेमाल करने लगते हैं. लेकिन इसके ज़्यादा इस्तेमाल से इंसान की मौत भी हो सकती है डाक्टरों का मानना है कि मेथामफेटामाइन दिल के दौरे का मूल कारण तो नहीं हो सकता है, लेकिन ज़्यादा मात्रा में लेने पर कार्डियक अरेस्ट हो सकता है. एक रिपोर्ट में भी दावा किया गया कि ड्रग ओवरडोज से होने वाली मौतों में से लगभग 15 प्रतिशत मौतें मेथामफेटामाइन के कारण हुई थीं. सोनाली फोगाट के मामले में भी कुछ ऐसा ही देखा गया. जब उनके निजी सहयोगी सुधीर सांगवान और सुखविंदर सिंह ने उन्हें पार्टी के दौरान मेथमफेटामाइन की डोज दे दी थी.