Video: India is not the only country that recruited in the army for a short time भारत सरकार ने मंगलवार को सेना भर्ती के लिए एक नई योजना की घोषणा की. जिसका नाम "अग्निपथ योजना" रखा गया. इस योजना के तहत भारत सरकार युवाओं को चार साल के लिए सेना में भर्ती करेगी. इस योजना के तहत जितने भी लोगों की भर्ती भारत सरकार करेगी उसमें से 25 फीसद युवाओं को ही आगे बढ़ने का मौका दिया जाएगा जबकि बाकि लोगों को अपनी नौकरी छोड़ने पडे़गी. अब जैसे ही इस बात की खबर बाहर सेना में भर्ती होने वाले युवाओं को पता चली उनका गुस्सा अंगार का रुप ले लिया और वह सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगे. बिहार और उत्तरप्रदेश के कई जिलों में युवाओं ने सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया और जगह जगह आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं को अंजाम दिया. यह पहला मौका था जब भारत सरकार सेना में इस तरह की भर्ती प्रक्रिया को लेकर आ रही थी, लेकिन युवाओं के इस तरह के गु्स्से को देखते हुए सरकार इस पर क्या एक्शन लेती है वह तो आने वाला वक्त बताएगा.. लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे है कि भारत एकलौता ऐसा देश नहीं है जो सेना में इस तरह की भर्ती प्रक्रिया को लेकर आई है.इससे पहले भी कई ऐसे देश है जो इस प्रक्रिया के तहत सेना में युवाओं की भर्ती कर रहे हैं. आपको यहां एक बात बता दें कि कुछ देश के कानून में लिखा है कि वहां के युवाओं को कुछ सालों के लिए सेना में अपनी सेवा देनी होंगी उसके बाद वह कुछ भी काम कर सकते हैं लेकिन अपने देश में ऐसा कोई कानून नहीं है