Rajouri Encounter: राजौरी जिले के कालाकोट में शहीद हुए पुंछ के सपूत हवलदार अब्दुल मजीद का पार्थिव शरीर दो दिनों के इंतजार के बाद आज उनके गांव पहुंच गया. इस बात की जानकारी मिलते ही हजारों की संख्या में लोग अब्दुल मजीद को आखिरी विदाई देने पहुंचे. लोगों ने अपने हीरो को नम आखों से विदाई दी. पूरा पुंछ शहीद जवान अमर रहे और जब तक सूरज चांद रहेगा अब्दुल मजीद का नाम रहेगा के नारों से गुंज उठा. वही ज़ी मिडिया से बात करते हुए शहीद हवलदार अब्दुल मजीद के पिता मोहम्मद रशीद का कहना है कि मुझे अपने बेटे पर गर्व है कि उसने मेरा और पुंछ का नाम रौशन कर दिया और मेरा छोटा बेटा भी फौज में जाकर देश की सेवा करेगा उन्होंने कहा कि मेरी उम्र हो गई है वरना मैं भी फौज में जा कर देश की सेवा करता.