Pakistani Children Tampering Tracks: देश में एक नए तरह के परजीवी ने जन्म ले लिया है, जिनका काम देश के मुसलमानों को टारगेट करना है. वह लोग मुसलमानों को उनके कपड़ों से पहचानते हैं. महिला हो तो हिजाब और मर्दों हो तो कुर्ता वह इस बात की तस्दीक़ भी नहीं करते हैं कि आखिर कुर्ते में मौजूद वह शख्स कौन है. बस उनका मकसद है देश के मुसलमानों को बदनाम करना ऐसा मैं इसलिए कह रहा हूं क्योंकि कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी शेयर किया जा रहा है, जिसमें कुर्ता पहने कुछ बच्चे रेलवे ट्रक पर पटरी के पास कुछ खोजने की कोशिश करते दिख रहे हैं.हालांकि लोगों का आरोप है कि बच्चे पटरी को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. इस वीडियो को नफरती चिंटुओं ने भारत के मुसलमान से जोड़ दिया और इसका नाम दिया 'रेल जिहाद' कट्टरपंथियों ने देश के मुसलमानों को बदनाम करने की पूरी कोशिश की और सोशल मीडिया पर इस वीडियो को ट्रेड़ कराकर ये बताना चाहा कि भारत के मुसलमान अब ट्रेन हादसा कराकर देश को कमजोर करना चाहते हैं. लेकिन इस कट्टरपंथियों के इरादे पर फैक्ट चेक ने पानी फेर दिया. PTI ने इस खबर का खंडन करते हुए कहा कि ये वीडियो भारत का नहीं बल्कि पाकिस्तान का है. ये वीडियो कराची के एक गांव का है, जहां कुछ बच्चे रेलवे ट्रैक पर यात्रियों के गिरे समानों की तलाश कर रहे थे. इस वीडियो को 'पाकिस्तानी ट्रेने' नाम की पेज से पिछले साल अपलोड किया गया था, जिसे कुछ दिनों से भारत में मुसलमानों को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.