Isna Ashari Youths Foundation Programme: हर साल की तरह इस साल भी इसना अशारी यूथ फाउंडेशन (Isna Ashari Youths Foundation) की तरफ से मस्जिद-ए-इरानी में 30 अप्रैल को मगरीब की नामाज के बाद रात के 8 बजे प्रोग्राम शुरू हुआ. ऐसा माना जाता है कि सऊदी अरब सरकार के खिलाफ आवाज उठाने हुए जिन्होंने साल 1925 में इस पाक जगह को तबाह कर दिया था. आज फिर से उस जगह को बनाया गया और वहां हर साल अप्रैल की आखिरी तारीख को इस प्रोग्राम के जरिए लोग उस दिन को याद करते हैं.
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