Madhya Pradesh: डिजिटल इंडिया के जमाने मे डिंडौरी से एक बार फिर शिवराज सरकार की शिक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है. ये तस्वीर मेंहदवानी विकासखंड से आई है, जहां मठियाटोला गांव का प्राथमिक स्कूल पिछले दो सालों से झोपड़ी में संचालित हो रहा है. घासफूस से बनाई गई. इस झोपड़ी में लगने वाली स्कूल को आप कलयुग का गुरुकुल भी कह सकते हैं, जहाँ बारिश से बचने घासफूस की टूटी फूटी झोपड़ी में पन्नी लगाकर स्कूल का संचालन किया जा रहा है. आपको बता दें कि इस स्कूल की दर्ज़ संख्या 41 है और यहां दो शिक्षकों की तैनाती है. प्राथमिक शाला का भवन जर्जर हो चुका है जो कभी भी धराशाई हो सकता है. लिहाजा एक ग्रामीण की झोपडी में पिछले दो साल से स्कूल का संचालन किया जा रहा है.